- अयोग्य ठहराए जाने वाले नोटिस को सचिन पायलट ने हाई कोर्ट में दी चुनौती, कल तक के लिए टली सुनावई
- विधायक दल की बैठक में हिस्सा नहीं लेने पर कांग्रेस ने विधायकों को भेजा है नोटिस
- बागी तेवर अपनाने पर कांग्रेस ने पायलट को डिप्टी सीएम, पीसीसी पद से हटाया है
जयपुर : विधानसभा स्पीकर के नोटिस को चुनौती देने के लिए बागी नेता सचिन पायलट ने राजस्थान हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जिस पर सुनवाई कल यानि 17 जुलाई तक के लिए टल गई है। पायलट की तरफ से वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे ने पक्ष रखा और कल तक के लिए वक्त मांगा और कहा कि नोटिस की संवैधानिक वैधता नहीं है। पायलट ने अपनी अर्जी में स्पीकर के अयोग्य ठहराने के नोटिस को चुनौती दी गई है।
बता दें कि कांग्रेस ने सचिन पायलट को डिप्टी सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटा दिया है। राजस्थान विधानसभा के स्पीकर सीपी जोशी ने पायलट और 18 बागी विधायकों को नोटिस जारी किया है। इन नेताओं से 17 जुलाई तक जवाब देने के लिए कहा गया है।
विधानसभा स्पीकर ने जारी किया है नोटिस
राजस्थान के स्पीकर सीपी जोशी ने पायलट और 18 विधायकों को नोटिस जारी किया है। गत 13 और 14 जुलाई को कांग्रेस के विधायक दल की बैठक हुई थी लेकिन इस बैठक में पायलट और ये 18 बागी विधायक शामिल नहीं हुए थे। राजस्थान कांग्रेस प्रभारी ने कहा है कि यदि ये नेता नोटिस का जवाब नहीं देते हैं तो यह माना जाएगा कि इन्होंने सीएलपी से अपनी सदस्यता वापस ले ली है।
विधायक के घर नोटिस चस्पा
इसके पहले कांग्रेस सरकार ने विधायक इंद्राज सिंह गुर्जर के आवास के पास नोटिस चस्पा किया। इंद्राज सिंह के छोटे भाई ने कहा, 'हमारे पास को राजनीतिक पृष्ठभूमि और पैसे नहीं हैं लेकिन सचिन पायलट ने इंद्राज सिंह को चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिलाने में मदद की। मैं पार्टी हाई कमान से अनुरोध करता हूं कि युवाओं को पार्टी में प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।'
'युवाओं को मौका दे पार्टी'
उन्होंने कहा कि छह साल पहले जब राज्य में चुनाव हुए थे तो पार्टी को केवल 21 सीटें मिली थीं लेकिन इन छह सालों में पायलट ने काफी मेहनत की। उन्होंने युवाओं को एकजुट किया। युवा अब उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं लेकिन उन्हें हाशिए पर कर दिया गया।
गहलोत ने भाजपा पर लगाया है आरोप
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर अपनी सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया है। गहलोत का कहना है कि पायलट भाजपा के हाथों खेल रहे हैं। ऐसी अटकलें थी कि पायलट भाजपा का दामन थाम सकते हैं लेकिन पायलट ने खुद इन अटकलों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, 'मैं भाजपा में शामिल होने नहीं जा रहा। राज्य के लोग मेरे बारे में अफवाह उड़ा रहे हैं।'