- पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल को अस्पताल से मिली छुट्टी
- हरसिमरत कौर बादल की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव
- कृषि कानूनों के विरोध में मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे चुकी हैं हरसिमरत कौर बादल
चंडीगढ़: शिरोमणि अकाली दल (SAD) की नेता हरसिमरत कौर बादल को शनिवार को चंडीगढ़ के पीजीआई में भर्ती कराया गया था और कोरोना टेस्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें देर रात अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। नए कृषि कानूनों के विरोध में पीएम नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने वाली पूर्व केंद्रीय खाद्य एवं प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी।
की जा रही है स्वास्थ्य की जांच
फिलहाल उन्हें पीजीआई के आपातकालीन वार्ड में एक अलग कमरे में रखा गया था। तब डॉक्चरों ने बताया था उनकी हालत स्थिर हैं और कोविड -19 प्रोटोकॉल के अनुसार उनके स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। किसान आंदोलन को लेकर लगातार मुखर रही हरसिमरत कौर ने शनिवार को ही केंद्र सरकार पर हमला करते हुए किसानों की दुर्दशा का शोषण करने का आरोप लगाया था। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को "राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा" बताते हुए किसानों के विरोध पर चिंता व्यक्त की।
सरकार पर हमलावर है अकाली दल
किसान आंदोलन को लेकर अकाली दल लगातार केंद्र के साथ - साथ राज्य सरकार पर भी हमले कर रही है। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की हाल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हुई मुलाकात को लेकर शनिवार को उनकी आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि अमरिंदर सिंह किसानों के आंदोलन को राष्ट्रीय सुरक्षा से कथित रूप से जोड़कर "भाजपा की पटकथा को दोहरा" रहे हैं।
इससे पहले अकाली दल के कद्दावर नेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने केंद्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में बृहस्पतिवार को अपना पद्म विभूषण पुरस्कार लौटा दिया था। वहीं असंतुष्ट अकाली नेता और राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींढसा ने भी कहा है कि वह अपना पद्म भूषण पुरस्कार लौटा देंगे जो उन्हें पिछले साल दिया गया था।