मुंबई : मुंबई में कराची स्वीट्स और कराची बेकरी का नाम बदले जाने की शिवसेना नेता नितिन नंदगांवकर की मांग के बाद यह मामला सियासी रंग ले चुका है। बीजेपी ने जहां इसका समर्थन किया है, वहीं शिवसेना नेता ने यह कहकर विवाद को समाप्त करने की कोशिश की कि इसका पाकिस्तान से कोई लेना-देना नहीं है और यह बीते छह दशकों से भी अधिक समय से यहां है, जिसे निर्वासित सिंधी भाइयों ने शुरू किया था। हालांकि कराची को भारत में मिलाने के बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस के बयान के बाद इस मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है, जिस पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने तंज किया है।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने कराची हलवे को लेकर जारी विवाद के बीच शनिवार को कहा था, 'हम अखंड भारत में यकीन करते हैं और एक दिन कराची भारत का हिस्सा होगा।' उनकी यह टिप्पणी मुंबई में बांद्रा इलाके की उस घटना के बारे में पूछे जाने पर आई थी, जिसमें शिवसेना नेता मिठाई दुकान के मालिक से दुकान के नाम से यह कहते हुए 'कराची' शब्द हटाने के लिए कहा था, क्योंकि इसका ताल्लुक पाकिस्तान से है।
'पहले PoK तो ले लें'
बीजेपी नेता के इस बयान पर तंज करते हुए संजय राउत ने सोमवार को कहा कि पहले पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) को तो पाकिस्तान से ले लें। शिवसेना नेता ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान फडणीस पर तंज करते हुए कहा, 'पहले कश्मीर को लाएं, जिस पर पाकिस्तान ने कब्जा कर रखा है। कम कराची बाद में जाएंगे।'
'लव जिहाद' पर क्या बोले राउत?
महाराष्ट्र में बीजेपी 'लव जिहाद' का मसला भी उठा रही है और सरकार से 'लव जिहाद' के खिलाफ कानून बनाने की मांग कर रही है। इस पर संजय राउत ने कहा, 'लव जिहाद को लेकर काफी कुछ कहा जा रहा है। मुझे लगता है कि यह गंभीर मसला है। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और एक नया टॉपिक सामने आना चाहिए। हमें लग ता है कि चुनाव में विकास महत्वपूर्ण मुद्दा होना चाहिए। लेकिन लव जिहाद पर चर्चा की जाएगी।'
इस मसले को बिहार से जोड़ते हुए राउत ने कहा, 'कुछ लोग महाराष्ट्र में भी यह मुद्दा उठा रहे हैं। हमसे पूछा जा रहा है कि हम कब इस पर कानून बना रहे हैं? मैं कहना चाहूंगा कि बिहार में जब नीतीश जी यह कानून लेकर आएंगे, हम भी महाराष्ट्र के लिए इस पर विचार करेंगे।'