नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सरकार बनाने की कड़ी में एक बात साफ हो चुकी है कि उद्धव ठाकरे राज्य के अगले सीएम हो सकते हैं। कांग्रेस और एनसीपी ने उनके नाम पर मुहर लगा दी है और शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत का कहना है कि उद्धव ठाकरे भी सीएम बनने के लिए तैयार हैं। शनिवार को कुछ बैठकों के बाद तीनों दलों के नेता साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं और राज्यपाल को विधायकों की लिस्ट भी सौंप सकते हैं। इन सबके बीच संजय राउत तीनों दलों की बातचीत की प्रक्रिया में बीजेपी पर शायरी के जरिए तंज कसते रहे हैं। यहां हम आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है।
संजय राउत के बयान
जिस जिस पर ये जग हंसा है...उसी ने इतिहास रचा है..!
कभी कभी कुछ रिश्तों से बाहर आ जाना भी अच्छा होता है। अहंकार के लिए नहीं स्वाभिमान के लिए...
हम बुरे ही ठीक हैं.जब अच्छे थे तब कौनसा मेडल मिल गया था....
अगर जिंदगी में कुछ पाना हो..तो तरीके बदलो इरादे नहीं...जय महाराष्ट्र
ये वो कुछ ट्वीट हैं जिनसे शिवसेना ने अपने गम और गुस्से का इजहार किया है। लेकिन शुक्रवार को केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भावी गठबंधन को कुछ यूं समझाया। उन्होंने कहा कि अगर आप बीजेपी और शिवसेना के रिश्ते को देखें तो दोनों दलों का रिश्ता वैचारिक आधार पर टिका था। हिंदुत्व के मुद्दे पर दोनों दलों की सोच एक जैसी थी और तीस साल तक हम एक साथ रहे। लेकिन सत्ता की तड़प ने शिवसेना को सिद्धांतों को दरकिनार करने के लिए मजबूर कर दिया और नतीजा आप सबके सामने है। वो मानते हैं कि शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की सरकार का भविष्य बेहतर नहीं है और भावी गठबंधन की सरकार गिर जाएगी।