- प्रधानमंत्री का दौरा कंपनी के लिए एक खास दिन: सीरम इंस्टिट्यूट
- दुनियाभर में अब सभी बड़े स्तर पर और सस्ती कीमत पर वैक्सीन पाने के लिए भारत पर निर्भर: पूनावाला
- वैक्सीन के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ने एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के साथ भागीदारी की है
नई दिल्ली: सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के सीईओ अदार पूनावाला ने शनिवार को कहा कि पुणे स्थित फार्मा कंपनी अगले दो हफ्तों में 'कोविशील्ड' के आपातकालीन उपयोग के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया में है। टीके के विकास के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने वैश्विक दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के साथ भागीदारी की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सीरम इंस्टीट्यूट मे दौरे के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए पूनावाला ने कहा कि अब तक हमारे पास भारत सरकार के पास लिखित में कुछ भी नहीं है कि वे कितनी खुराक खरीदेंगे लेकिन संकेत है कि जुलाई 2021 तक 300-400 (30-40 करोड़) मिलियन खुराक होगी।
भारत है प्राथमिकता
उन्होंने कहा, 'वैक्सीन और टीके के उत्पादन पर अब पीएम बेहद जानकार हैं। हम हैरान थे कि वह पहले से ही बहुत जानते थे। विभिन्न चर टीकों और उन चुनौतियों के बारे में विस्तार से चर्चा करने के अलावा, उन्हें समझाने के लिए बहुत कम था।' पूनावाला ने कहा कि वैक्सीन शुरू में भारत में वितरित की जाएगी, फिर हम COVAX देशों को देखेंगे जो मुख्य रूप से अफ्रीका में हैं। AstraZeneca और ऑक्सफोर्ड द्वारा यूके और यूरोपीय बाजारों का ध्यान रखा जा रहा है। हमारी प्राथमिकता भारत और COVAX देश हैं।
PM मोदी ने किया दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का दौरा किया और संस्थान के दल से बातचीत की। संस्थान ने प्रधानमंत्री को कोविड-19 के टीके के उत्पादन से संबंधित अपनी तैयारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट संदेश में कहा कि सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के दल से अच्छी बातचीत हुई। उन्होंने अब तक हुई प्रगति के बारे में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही साथ टीके के उत्पादन के संबंध में भी विस्तार से बताया। उनकी उत्पादन इकाई का अवलोकन करने का भी अवसर मिला।