नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भीषण गर्मी कहर बरकरार है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। कम से कम अगले दो दिनों तक शहर में भीषण गर्मी पड़ेगी। उसके बाद थोड़ी राहत मिलने के आसार हैं। हालांकि, 2 मई के बाद आगे बढ़ते पश्चिमी विक्षोभ की वजह से तापमान में गिरावट आने की संभावना है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि बारिश और आंधी तूफान आ सकते हैं।
राष्ट्रीय राजधानी के साथ-साथ पश्चिमी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और झारखंड के कुछ हिस्सों में अप्रैल के महीने में भीषण गर्मी पड़ रही है। आईएमडी द्वारा आज दोपहर 12:45 बजे एक बुलेटिन के मुताबिक कल (30 अप्रैल) पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों के साथ-साथ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों तापमान बढ़ने की संभावना है।
आईएमडी के सीनयिर वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने कहा कि दिल्ली में आज का तापमान 0.5-1 डिग्री बढ़ सकता है और कुछ स्थानों पर 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। हरियाणा के कुछ स्थानों में तापमान 46 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो सकता है। आज का अधिकतम तापमान हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में होगा।
अधिकारी ने कहा कि दिल्ली और पश्चिमी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा पश्चिमी यूपी, मध्य प्रदेश और झारखंड के इलाकों के लिए 29 अप्रैल से 1 मई तक तीन दिनों के लिए 'येलो' अलर्ट जारी की गई है। आईएमडी के सीनियर अधिकारी ने कहा कि 2 मई से आगे बढ़ता पश्चिमी विक्षोभ संभावित गरज और बारिश ला सकता है।
जेनामनी ने कहा कि 2 मई से 4 मई तक तापमान 36 डिग्री से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। आईएमडी ने कहा कि 30 अप्रैल को पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर धूल भरी आंधी चलने की संभावना है।
मैदानी इलाकों में हीटवेव तब घोषित की जाती है जब अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक और सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री और पहाड़ी क्षेत्रों के लिए कम से कम 30 डिग्री सेल्सियस या अधिक हो। जब दो दिनों तक अलग-अलग इलाकों में लू की स्थिति बनी रहती है तो येलो अलर्ट जारी किया जाता है। हीटवेव उसे कहते हैं जब सामान्य तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस से 6.4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ता है है और एक गंभीर गर्मी की लहर तब होती है जब सामान्य तापमान से प्रस्थान 6.4 डिग्री सेल्सियस से अधिक बढ़ता है।