- शाहीन बाग में कपिल नाम के शख्स ने की थी फायरिंग
- कपिल के परिवार का कहना है वो जेहादी नहीं बल्कि साधारण लड़का है
- 'शाहीन बाग में विरोध की वजह से लगे जाम से वो तंग आ चुका था'
नई दिल्ली। जामिया इलाके में फायरिंग के कुछ दिन के बाद ही शाहीन बाग में एक युवक ने फायरिंग की और जब उले दिल्ली पुलिस पकड़ कर ले जा रही थी को वो चिल्ला रहा था कि इस देश में सिर्फ हिंदुओं को रहना है। सवाल यह है कि कपिल गुज्जर नाम का वो शख्स किसी उग्र विचार से प्रभावित था या उसे सिर्फ मोहरे के तौर पर इस्तेमाल किया गया है। दरअसल कपिल के परिवार का कुछ कहना और ही है।
समाचार एजेंसी पीटीआई से उसके परिवार ने बात की कपिल के चाचा फतेह सिंह का कहना है कि कपिल तो सीधा साधा लड़का है वो दूध का व्यापार करता है। दरअसल वो शाहीन बाग में प्रदर्शन की वजह से जाम से परेशान था। पहले बदरपुर जाने के लिए उसे 10 किमी की दूरी तय करनी पड़ती थी। लेकिन शाहीन बाग में प्रदर्शन की वजह से उसे 35 किमी लंबा रास्ता तय करना पड़ता था।
कपिल के चाचा कहते हैं कि दूध की उसकी दो डेयरी हैं एक पूर्वी दिल्ली के दल्लूपुरा गांव में और बड़ी डेयरी बदरपुर में है। पहले उसे बदरपुर जाने में दो घंटे का समय लगता था। लेकिन अब उसे ज्यादा समय लगा करता था और वो नाराजा रहता था। लेकिन फायरिंग करने के लिए सिर्फ यह वजह नहीं हो सकती है। वो बताते हैं कि घटना वाले दिन वो दोपहर 12 बजे तक घर पर थे और कपिल भी साथ था। 12 बजे के बाद वो घर से बाहर निकल गए और पता चला कि कपिल ने शाहीन बाग में फायरिंग की है।
फतेह सिंह बताते हैं कि इस जानकारी के बाद परिवार के लोग हतप्रभ थे। दरअसल जब वो कहीं बाहर निकलता था तो बता कर जाता था। घर वालों को लगा कि वो कहीं आसपास क्रिकेट खेलने के लिए गया हुआ है। यह परिवार के लिए बता पाना भी मुश्किल है उसने ऐसा क्यों किया। लेकिन निश्चित तौर पर वो साधारण लड़का है उसके दिमाग में उन्मादी विचार नहीं हैं। कपिल के पास हथियार कहां से आया इसके बारे में भी किसी तरह की जानकारी नहीं है।
25 साल के कपिल की शादी हो चुकी है और उसकी एक बेटी है, वो पहले एक रिपोर्टर बनना चाहता था। लेकिन किसी वजह से उसकी पढ़ाई छूट गई और डेयरी के व्यापार में वो परिवार का हाथ बंटाने लगा। कपिल किसी जिहादी मानसिकता से प्रभावित नहीं है।वो एक साधारण लड़का है जो भैंसो और अपने व्यापार को बढ़ाने के बारे में ही सोच सकता है। जब वो घर से बाहर गया तो सबको यही अंदाजा था कि वो बदरपुर गया होगा। लेकिन जब इस तरह की जानकारी मिली कि उसने फायरिंग की है तो हर कोई सकते में था।
पुलिस के बड़े अधिकारियों का कहना है कि वो लापजत नगर गया था और उस दौरान जाम से उसे असुविधा का सामना करना पड़ा था। वहीं कपिल के परिवार का कहना है कि ऐसा लग रहा है कि शाहीन बाग में उसे किसी ने भड़काने का प्रयास किया है। क्योंकि जब वो घर से निकला तो उसके पास किसी तरह का हथियार नहीं था। अगर हमें पता होता कि वो शाहीन बाग जाने की फिराक में है तो उसे कभी नहीं जाने देते।