- नवाब मलिक मामले पर एनसीपी चीफ शरद पवार के आवास पर मीटिंग
- NCP कार्यकर्ताओं ने केन्द्र सरकार और ED के खिलाफ की नारेबाजी
- NCP का आरोप मलिक के खिलाफ कार्रवाई 'दबाव बनाने की नीति'
नई दिल्ली: एनसीपी के चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) ने एक आपात बैठक बुलाई जिसमे कई बड़े नेता जो कि लगातार पुलिस के शिकंजे में रहे हैं सभी शामिल हुए,वहीं बताया जा रहा है कि शरद पवार की बैठक खत्म हो गई है और वो मातोश्री में सीएम उद्धव ठाकरे से मिलने जा रहे हैं। गौर हो कि पहले भी शरद पवार कई बार ये आरोप लगा चुके है कि NCP के नेताओं पर निशाना साधना जांच एजेंसियों का दुरूपयोग है। इस मामले को लेकर एनसीपी चीफ शरद पवार के आवास पर पार्टी की अहम बैठक हुई। शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट किया कि नवाब मलिक का इस्तीफा नहीं लेना चाहिए। मलिक की गिरफ्तारी के खिलाफ कल एनसीपी और शिवसेना प्रदर्शन करेंगी।
वहीं इस मामले पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी शरद पवार से फोन पर बात की है और उनसे कहा है कि वो भी इस मामले में उनके साथ हैं।
वहीं इससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता नवाब मलिक से धन शोधन के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय के पूछताछ करने के खिलाफ पार्टी कार्यकर्ताओं ने दक्षिण मुंबई में एजेंसी के कार्यालय के पास स्थित पार्टी मुख्यालय के नजदीक प्रदर्शन किया।
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कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी नीत केन्द्र सरकार और ईडी के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि वे राकांपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं पार्टी की मुंबई इकाई के प्रमुख मलिक के साथ हैं।
कार्यकर्ता ईडी के कार्यालय की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन पुलिस कर्मियों ने पार्टी कार्यालय के पास उन्हें रोक दिया। इसके बाद वे वहीं धरने पर बैठ गए। पार्टी के प्रवक्ता संजय तटकरे ने कहा, 'विरोध नवाब मलिक से गलत तरीके से हो रही पूछताछ के खिलाफ है, जो नियमित रूप से भाजपा, स्वापक नियंत्रण ब्युरो (एनसीबी), केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई), ईडी के गठजोड़ को उजागर करता है। हम घुटने नहीं टेकने वाले। राकांपा, भाजपा और सभी केन्द्रीय एजेंसियों का पर्दाफाश करती रहेगी।'
'मलिक के खिलाफ कार्रवाई 'दबाव बनाने की नीति'
वहीं NCP के प्रवक्ता क्लाइड क्रास्टो ने आरोप लगाया कि मलिक के खिलाफ कार्रवाई 'दबाव बनाने की नीति' है, ताकि उन्हें खामोश किया जा सके।क्रास्टो ने कहा, 'एक राजनीतिक पार्टी के प्रमुख प्रवक्ता के तौर पर वह कुछ लोगों के गलत कृत्यों को उजागर कर रहे थे। सच्चाई की आवाज दबाई नहीं जा सकती।'
'यह ‘‘सत्ता के दुरुपयोग’’ का एक और उदाहरण'
NCP के महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष एवं राज्य के मंत्री जयंत पाटिल ने सोलापुर में पत्रकारों से कहा कि यह ‘‘सत्ता के दुरुपयोग’’ का एक और उदाहरण है।उन्होंने दावा किया, 'ईडी बिना नोटिस जारी किए सुबह छह बजे उनके (मलिक के) घर पहुंच गई। ईडी अपने साथ अपनी पुलिस लेकर आई थी। कुछ लोग जानूबझ कर उन्हें परेशान करना चाहते हैं। ईडी का राज्य के एक मंत्री को बिना किसी पूर्व सूचना के पूछताछ के लिए ले जाना हर नियम का उल्लंघन है।' पाटिल ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि किस संबंध में मलिक से पूछताछ की जा रही है और ऐसा लगता है कि मंत्री पर 'जानबूझ कर' गुस्सा निकाला जा रहा है।