- शरद पवार ने राकांपा के सभी विभागों और प्रकोष्ठों को भंग किया
- अचानक उठाए गए कदम के कारण का नहीं हुआ है खुलासा
- संगठन में बदलाव करने के नजरिए से देखा जा रहा है पवार का यह कदम
मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने गुरुवार को पार्टी के सभी विभागों और प्रकोष्ठों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया। पार्टी के महासचिव प्रफुल्ल पटेल ने एक बयान में कहा, 'राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शरद पवार के अनुमोदन से, राष्ट्रवादी महिला कांग्रेस को छोड़कर, राकांपा के सभी विभाग और प्रकोष्ठ तत्काल प्रभाव से भंग किए जा रहे हैं।' पटेल के पत्र को पवार के साथ-साथ पार्टी के सभी विभागाध्यक्षों और प्रकोष्ठों को भेजा गया है।
संगठन में करेंगे बदलाव!
रिपोर्ट्स के अनुसार, राज्य में महा विकास अघाड़ी सरकार (MVA) के सत्ता से हटने के बाद बाद शरद पवार अपनी पार्टी के ढांचे को पुनर्गठित करना चाह रहे हैं। पवार ने एमवीए के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसमें शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी शामिल थे। कल महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री रामदास कदम ने आरोप लगाया कि राकांपा प्रमुख शिवसेना को तोड़ रहे हैं और उन्होंने इसका सबूत शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को दिया था। कदम ने कहा कि पवार द्वारा शिवसेना को "व्यवस्थित रूप से कमजोर" किया गया था। उन्होंने दावा किया कि कुछ विधायकों ने इस पर चिंता व्यक्त की थी लेकिन ठाकरे पवार से अलग होने को तैयार नहीं थे।
लगे थे ये आरोप
आपको बता दें कि एनसीपी शिवसेना के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार का एक प्रमुख घटक रही थी। एनसीपी को लेकर उस वक्त कई शिवसेना विधायकों ने नाराजगी जताई थी और आरोप लगाया था कि एनसीपी शिवसेना को कमजोर कर रही है और कई जगहों पर पार्टी में तोड़फोड़ कर रही है। हालांकि तब उद्धव ठाकरे ने इस तरह की खबरों का खंडन किया था।
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