नई दिल्ली: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) देश में धार्मिक, सामाजिक एकता और सद्भाव को परेशान और चोट पहुंचाएगा। शरद पवार ने कहा, 'न केवल अल्पसंख्यक, बल्कि देश की एकता और प्रगति के बारे में सोचने वाले लोग सीएए और एनआरसी (नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजंस) का विरोध कर रहे हैं। सीएए और एनआरसी उन गंभीर मुद्दों से ध्यान हटाने का प्रयास कर रहे हैं जिनका देश सामना कर रहा है।'
शरद पवार ने ये भी सवाल उठाया की अधिनियम के तहत केवल पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से प्रवासियों को ही अनुमति क्यों? श्रीलंका से भी क्यों नहीं?
एनसीपी उन विपक्षी दलों में से है, जिसने नागरिकता संशोधन अधिनियम को 'असंवैधानिक और भेदभावपूर्ण' करार दिया।
देश के कुछ हिस्सों में इस कानून को लेकर खूब विरोध-प्रदर्शन हो रहा है। कई जगह ये हिंसक भी हो गया है। उत्तर प्रदेश में हुए हिंसक प्रदर्शन में 14 लोगों की जान चली गई। वाराणसी में 54 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया। मेरठ में 250 गिरफ्तारियां हुईं; करीब 100 अवैध हथियार जब्त किए गए। ये भी खबर आई है कि उत्तर प्रदेश में करीब 10000 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
इस प्रदर्शन से भारतीय रेलवे को भी नुकसान हुआ है। रेलवे ने बयान जारी कर बताया, 'नागरिकता अधिनियम के विरोध में 88 करोड़ रुपए की रेलवे संपत्ति क्षतिग्रस्त हुई। पूर्वी रेलवे जोन में 72 करोड़ रुपए की संपत्ति क्षतिग्रस्त, दक्षिण पूर्व रेलवे जोन में 13 करोड़ रुपए की संपत्ति और नॉर्थईस्ट फ्रंटियर जोन में 3 करोड़ रुपए की संपत्ति क्षतिग्रस्त हुई।'