नई दिल्ली : विवादास्पद वीडियो सामने आने के बाद देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका शरजील इमाम, गिरफ्तारी से पहले पुलिस का शिकंजा कसने के बाद बिहार में अपने घर के पास स्थित एक इमामबाड़े में जाकर छिप गया था, जबकि कई राज्यों की पुलिस उसे देश के अलग-अलग हिस्सों में तलाश रही थी। अंतत: दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की एक टीम ने उसे उसके घर के पास वाले इमामबाड़े से दबोच लिया।
दिल्ली पुलिस अपराध शाखा की एसआईटी से जुड़े एक अधिकारी ने रविवार को नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि शरजील के पीछे तो अरुणाचल, दिल्ली, बिहार, उत्तर प्रदेश और असम राज्यों की टीमें पड़ी हुई थीं। पुलिस से बचने के लिए चूंकि शरजील इमाम हर रास्ता अपना रहा था, इसीलिए वह किसी के हाथ नहीं लग रहा था।"
इसी अधिकारी के मुताबिक, "दिल्ली पुलिस अपराध शाखा ने भी अगर शरजील के भाई को पहले न दबोच लिया होता, तो हो सकता है कि शरजील देश छोड़कर भाग चुका होता। शरजील के भाई ने ही पुलिस को सुराग दिया कि शरजील इमाम कहीं भागा नहीं है, बल्कि वह घर के पास ही मौजूद (जहानाबाद, बिहार) इमामबाड़े में छिपा हुआ है। भाई चूंकि खुद दिल्ली पुलिस के शिकंजे में था, लिहाजा वह झूठ बोलने की हालत में नहीं था। बिहार पुलिस और दिल्ली पुलिस ने संयुक्त रूप से जैसे ही इमामबाड़े पर छापा मारा, कंबल ओढ़े हुए एक कोने में दुबके पड़े शरजील को पुलिस टीमों ने दबोच लिया। पुलिस को इमामबाड़े में सामने खड़ा देखते ही शरजील का हलक ही सूख गया। चारों ओर से पुलिस से खुद को घिरा हुआ पाकर शरजील किसी बालक की मानिंद गर्दन झुकाए हुए पुलिस पार्टी के साथ कदम-ताल करता हुआ चल दिया।"
गौरतलब है कि दिल्ली स्थित जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के स्कॉलर शरजील इमाम ने जनवरी 2020 के मध्य में भारत के टुकड़े-टुकड़े करवाने जैसा बवाली भाषण दिया था। इस भाषण के वीडियो कई राज्यों की पुलिस के हाथ भी लग गए। असम, अरुणाचल, दिल्ली, उ.प्र. की पुलिस ने देशद्रोह के मामले दर्ज कर शरजील की तलाश शुरू कर दी। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की एसआईटी बिहार से उसे गिरफ्तार करके दिल्ली ले आई। फिलहाल आरोपी पांच दिनों की पुलिस हिरासत में है।
दिल्ली पुलिस अपराध शाखा की एसआईटी में शामिल एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "शरजील का दिल्ली वाले ठिकाने से लैपटॉप मिल गया है। उसके वसंतकुंज वाले किराए के कमरे से छापे के दौरान तमाम आपत्तिजनक सामग्री भी मिली है। जानने की कोशिश की जा रही है कि शरजील विवादित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी पीएफआई के कितने करीब था?"
दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के सूत्रों की माने तो शरजील इमाम छात्र कम कट्टरवादी ज्यादा है। उसे हिंदुस्तान के किसी राजनेता-राजनीति से कोई लगाव नहीं है। इन सबसे उसे घृणा है। उसका पसंदीदा है मोहम्मद अली जिन्ना। वही जिन्ना, जिसे हिंदुस्तान के टुकड़े कराकर पाकिस्तान के जन्म के लिए जिम्मेदार माना गया। शरजील की यही कट्टर विचारधारा उससे सच उगलवाने में मुश्किलात खड़ी कर रही है।