नई दिल्ली: पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Elections) के लिए शिरोमणि अकाली दल ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है, इसी क्रम में सोमवार को शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने 64 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर सभी पार्टियों एक तरीके से सरप्राइज सा दे दिया है वहीं 1 सितंबर को शिरोमणि अकाली दल ने छह सीटों पर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की थी।
विधानसभा चुनाव के लिए अकाली दल ने मायावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी (BSP) से हाथ मिलाया है, गौर हो कि 2020 के मानसून सत्र में मोदी सरकार तीन नए कृषि कानून लेकर आई थी जिसका विरोध बीजेपी (BJP) की सहयोगी पार्टी अकाली दल ने किया इसके बाद के घटनाक्रम के बीच हरसिमरत कौर ने कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
बाद में अकाली दल ने 22 साल बाद एनडीए से अलग होने का ऐलान कर बीजेपी को झटका दिया था, अब बीजेपी राज्य में बिना अकाली दल के मैदान में उतरेगी।
वहीं अपने सबसे पुराने सहयोगी शिरोमणि अकाली दल के तीन नए कृषि कानूनों पर नाता तोड़ने के एक साल बाद बीजेपी ने 2022 पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर गठबंधन के अपने पुराने साथी से फिर से हाथ मिलाने की किसी भी संभावना से इनकार कर दिया है। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और पंजाब और उत्तराखंड के चुनाव प्रभारी दुष्यंत गौतम ने कहा, "हमारे पुराने साथी (शिरोमणी) के साथ हाथ मिलाने की कोई संभावना नहीं है।"