मुंबई: शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने शनिवार को कहा कि पार्टी चाहती है कि उसके प्रमुख उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र में सरकार का नेतृत्व करें। राउत ने कहा, 'निस्संदेह, महाराष्ट्र में हम जो सरकार बनाने जा रहे हैं, वह शिवसेना के मुख्यमंत्री के नेतृत्व में होगी। हम चाहते हैं कि उद्धव ठाकरे राज्य में सरकार का नेतृत्व करें।'
बीजेपी से गठबंधन तोड़ चुकी शिवसेना राज्य में सरकार बनाने के लिए एनसीपी और कांग्रेस के संपर्क में है। राउत का शुरू से कहना रहा है कि उनकी पार्टी राज्य में अगली सरकार का नेतृत्व करेगी। राउत ने शुक्रवार को कहा कि उद्धव ठाकरे नीत भगवा दल केवल पांच साल नहीं बल्कि आगामी 25 साल तक महाराष्ट्र में सरकार का नेतृत्व करेगा।
राज्य में 21 अक्टूबर को 288 सीटों पर हुआ विधानसभा चुनाव भाजपा-शिवसेना ने मिलकर लड़ा और दोनों को क्रमश: 105 और 56 सीटें हासिल हुईं। दोनों दलों को मिली सीटें बहुमत के लिए जरूरी 145 के आंकड़े से ज्यादा थीं। इसके बावजूद मुख्यमंत्री पद साझा करने की मांग पर दोनों के बीच सहमति नहीं बन पाई जिसके कारण राज्य में गतिरोध बरकरार रहा। शिवसेना मुख्यमंत्री पद ढाई-ढाई साल के लिए बांटना चाहती थी, जिसे बीजेपी ने खारिज कर दिया।
दोनों दलों के बीच मतभेद इतने बढ़ गए कि केंद्र सरकार में शिवसेना के एकमात्र मंत्री अरविंद सावंत ने इस्तीफा दे दिया है। अब राज्यसभा में पार्टी सांसदों की बैठने की व्यवस्था में बदलाव किया गया है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि शिवसेना के सांसद संजय राउत और अनिल देसाई सोमवार से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्षी बेंच पर बैठेंगे।
राउत ने इस पर कहा कि कि पुराने एनडीए और आज के एनडीए में बहुत अंतर है। आज NDA का संयोजक कौन है? आडवाणी जी जो इसके संस्थापकों में से एक थे, वे या तो छोड़ चुके हैं या निष्क्रिय हैं। चार नेताओं- बालासाहेब ठाकरे, अटल बिहारी बाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और प्रकाश सिंह बादल ने मुख्य रूप से गठबंधन किया था। एनडीए का अस्तित्व सवाल में हैं और यह किसी एक पार्टी का डोमेन नहीं है।