Maharashtra bandh today : उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में चार किसानों की हत्याओं पर अपना विरोध दर्ज कराने के लिए महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार के तीन सहयोगी शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस आज (11 अक्टूबर 2021) 'महाराष्ट्र बंद' कर रहे हैं। एमवीए सहयोगियों ने लोगों से आज के राज्यव्यापी बंद का पूरा समर्थन करने की अपील की है। लेकिन बंद के दौरान जरूरी सेवाओं में कोई व्यवधान नहीं होगा।
एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र बंद के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए मुंबई पुलिस आज सड़कों पर ज्यादा से ज्यादा जवानों को तैनात की है। राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) की तीन कंपनियां, होमगार्ड के 500 जवान और स्थानीय शस्त्र यूनिट्स के 400 जवानों को पहले से ही चल रहे नवरात्रि त्योहार की सुरक्षा के लिए एक्स्ट्रा मेन पावर के रूप में तैनात किया गया है। लेकिन, बंद को ध्यान में रखते हुए, मुंबई पुलिस किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अधिकतम मेनपावर का उपयोग करेगी। सड़कों पर पुलिस बंदोबस्त होगा।
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक के अनुसार बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने तीन नए बने कृषि कानूनों के माध्यम से कृषि उपज की लूट की अनुमति दी है और अब उसके मंत्री के परिजन किसानों की हत्या कर रहे हैं। हमें किसानों के साथ एकजुटता दिखानी होगी। एनसीपी नेता ने कहा कि महा विकास अघाड़ी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी की मांग करता है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद ही मंत्री के बेटे को गिरफ्तार किया गया।
गौर हो कि केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा को यूपी पुलिस ने शनिवार रात 3 अक्टूबर को हुई हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया। एफआईआर में, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के दौरानवह उन वाहनों में से एक पर था जिनसे प्रोटेस्ट कर रहे किसानों को रौंदा गया था।
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले का कहना है कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता और नेता एकजुटता दिखाने के लिए मुंबई में राजभवन के बाहर मौन व्रत रखेंगे।
शनिवार को राज्यसभा सांसद और शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि शिवसेना पूरी ताकत से बंद में शामिल होगी। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की "किसान विरोधी" नीतियों के खिलाफ जनता को जगाना जरूरी है।
बंद को समर्थन देते हुए किसान सभा ने कहा कि राज्य के 21 जिलों में उसके कार्यकर्ता समान विचारधारा वाले समूहों के साथ समन्वय कर रहे हैं ताकि बंद को अच्छी प्रतिक्रिया मिले।