- प्रदेश सरकार ने पिछले 15 महीने में लगभग 12 हजार करोड़ रुपये की जमीन मुक्त कराई है।
- माफियाओं पर लगातार बुलडोजर चलाने की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चेतावनी देते रहते हैं।
- मध्य प्रदेश में अगले साल 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं।
Madhya Pradesh News:मध्य प्रदेश सरकार माफियाओं के खिलाफ एक्शन में हैं। प्रदेश सरकार ने पिछले 15 महीने में लगभग 12 हजार करोड़ रुपये की जमीन भू-माफियाओं, गुंडों और आदतन अपराधियों से मुक्त कराई है। इसके तहत 15 हजार एकड़ से ज्यादा की जमीन अवैध कब्जे से छुड़ाई गई है। छुड़ाई गई जमीनें राजस्व, नगरीय निकाय और वन विभाग की हैं।
15 महीने में इस तरह हुई कार्रवाई
अवधि | कुल मुक्त कराई गई जमीन (एकड़) | कुल भूमि का मूल्य (करोड़ रुपये में) |
अप्रैल-दिसंबर 2020 | 3365.26 | 7864 |
जनवरी-फरवरी 2021 | 3569.56 | 1588 |
मार्च-अगस्त 2021 | 3840.24 | 539 |
सितंबर-अक्टूबर 2021 | 1810.80 | 721 |
नवंबर-दिसंबर 2021 | 568.12 | 558 |
जनवरी-फरवरी-मार्च 2022 | 2243.79 | 671 |
कुल | 15,397.77 | 11,941 |
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शिवराज बने बुलडोजर मामा
जिस तरह से उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ माफियाओं के खिलाफ बुलडोजर चला रहे हैं, उसी तरह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी बुलडोजर चलाने से परहेज नहीं कर रहे हैं। और वह प्रदेश में बुलडोजरल मामा के रूप में लोकप्रिय हो गए हैं। उन्होंने बीते मार्च में माफियाओं को चेतावनी देते हुए कहा था कि मध्य प्रदेश में मामा (शिवराज सिंह चौहान) का राज है। गुंडे और बदमाश यह न समझ लें कि कांग्रेस और कमलनाथ की सरकार है। मामा का बुलडोजर चला है। उन्होंने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश में जितने भी गुंडे और अपराधी हैं, वे सुन ले कि अगर किसी गरीब और कमजोर की तरफ हाथ उठाया तो मैं मकान खोदकर मैदान बना दूंगा।
मध्य प्रदेश में अगले साल होने हैं चुनाव
मध्य प्रदेश में अगले साल 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में शिवराज सिंह चौहान अपनी सख्त छवि के जरिए चुनावी मैदान में उतरना चाहते हैं। भारतीय जनता पार्टी को इस रणनीति का फायदा उत्तर प्रदेश चुनाव में हो चुका है। ऐसे में एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने के लिए शिवराज सिंह चौहान इस रणनीति पर चल दिए हैं।