- उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख चुनावों के लिए वोटिंग के दौरान कई जिलों में जमकर बवाल
- इटावा में एसपी सिटीबीजेपी विधायक के समर्थकों ने हाथापाई
- एसपी इटावा का वीडियो वायरल, नेताओं के आगे जोड़ रहे हैं हाथ
इटावा: उत्तर में शनिवार को ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के लिए मतदान हुआ और शाम तक नतीजे भी घोषित हो गए। भले ही चुनाव में बीजेपी ने बाजी मार ली हो लेकिन इस दौरान राज्य के कई हिस्सों में जमकर बवाल हुआ। नामांकन के बाद चुनाव के दौरान भी हिंसा हुई। बाराबंकी, सिद्धार्थनगर और अलीगढ़, आगरा, उन्नाव, इटावा और चंदौली के अलावा कई जगहों पर हंगामा हुआ तथा वोटिंग रोकने की कोशिश भी की गई। इस बीच इटावा के एसपी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
एसपी जोड़ रहे हैं हाथ
वायरल वीडियो में दिख रहा है कि इटावा के एसपी सिटी प्रशांत कुमार भाजपा नेताओं से हाथ जोड़कर कह रहे हैं कि उनके लोगों ने थप्पड़ मारा है। वीडियो में एसपी कहते हैं, 'आपके लोग हमें थप्पड़ मार रहे हैं।' वहीं उनका एक और वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह किसी से फोन पर बात करते हुए कहते हैं, 'सर इन्होंने पत्थर मारे। ये लोग बम -वम भी लेकर आए थे सर, बीजेपी वाले. विधायक और जिलाध्यक्ष और इनके साथ विमल भदौरिया भी था।' देखते ही देखते यह वीडियो वायरल हो गया। दरअसल यहां बीजेपी विधायक सरिता भदौरिया के समर्थकों ने कथित तौर पर पुलिस के साथ हाथापाई की थी। यहां हुए हंगामे की वजह से एक घंटे तक मतदान बाधित रहा।
भाजपा का बंपर जीत का दावा
आपको बता दें कि प्रदेश में 476 प्रमुख क्षेत्र पंचायत पदों के लिए मतदान शनिवार सुबह 11 बजे से अपराह्न तीन बजे तक, झड़प और छिटपुट घटनाओं के बीच संपन्न हुआ। ब्लॉक प्रमुख के चुनावों में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने क्षेत्र पंचायत प्रमुख की 825 सीटों में 635 से अधिक पर भाजपा और सहयोगी दलों के जीत का दावा किया है। वहीं समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने भाजपा पर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर क्षेत्र पंचायत प्रमुख के पदों पर कब्जा करने का आरोप लगाया है।
यूपी में ‘जंगलराज' चल रहा : मायावती
उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव में हिंसा की घटनाओं को लेकर मायावती ने भी ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'त्तर प्रदेश में वर्तमान भाजपा सरकार में कानून का शासन नहीं बल्कि जंगलराज चल रहा है, जिसके तहत यहां पंचायत चुनाव में हिंसा की असंख्य घटनाएं और लखीमपुर खीरी की एक महिला से की गई बदसलूकी की घटना अति-शर्मनाक है। क्या यही इनका कानून का राज व लोकतंत्र है? यह सोचने की बात है।'