- कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए जारी लॉकडाउन से विदेशी नागरिक भी प्रभावित
- ऋषिकेश के होटल में रह रहे विदेशियों के पैसे हुए खत्म तो रहने लगे गुफाओं में
- पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर कराया मेडिकल चेकअप, किया क्वारंटीन
ऋषिकेश: पूरी दुनिया इस समय कोरोना संक्रमण फैला हुआ है जिस वजह से आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो चुका है। कोरोना की वजह से भारत में भी दूसरे चरण का लॉकडाउन जारी है जिसकी वजह से यहां फंसे कई विदेशी नागरिकों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला उत्तराखंड के ऋषिकेश से आया है जहां पुलिस ने ऐसे 6 विदेशी नागरिकों को पकड़ कर क्वारंटीन किया है जो पैसे खत्म होने की वजह से गुफाओं में रहने लगे थे।
गरुडचट्टी की गुफा में बनाया था आशियाना
दरअसल स्थानीय पुलिस को कुछ लोगों ने बताया कि लक्ष्मण झूला थाना क्षेत्र में कुछ विदेशी नीलकंठ पैदल मार्ग के समीप गरुडचट्टी में पत्थरों के बीच बनी गुफाओं में रह रहे हैं। जब पुलिस वहां पहुंची तो गुफाओं में विदेशी नागरिक रहते हुए मिले। तुरंत ही पुलिस ने सभी विदेशी पर्यटकों को हिरासत में ले लिया और लक्ष्मणझूला स्थित अस्पताल में मेडिकल चेक-अप किया। डॉक्टरों के अनुसार फिलहाल किसी भी विदेशी नागरिक में कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं।
सभी नागरिकों को किया क्वारंटीन
पुलिस ने सभी नागरिकों को मेडिकल चैकअप के बाद ऋषिकेश स्थित स्वार्गाश्रम के लक्ष्मी नारायण मंदिर में क्वारंटीन कर दिया है और संबंधित देशों के दूतावासों को इनके बारे में सूचित कर दिया गया है। इन विदेशियों में तुर्की, यूक्रेन, अमेरिका, फ्रांस और एक नेपाल का नागरिक शामिल है। खबरों के मुताबिक पुलिस पूछताछ में पता चला है कि ये सभी नागरिक पहले एक होटल में रह रहे थे लेकिन लॉकडाउन के चलते इनके पैसे खत्म हो गए जिसके बाद ये होटल छोड़कर गुफा में रहने लगे।
पैसा खत्म होने की वजह से छोड़ा होटल
लक्ष्मण झूला के एचएचओ राजेंद्र सिंह ने बताया, '6 विदशी पर्यटक, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं उन्हें गरूडचट्टी स्थित गुफा से रेस्क्यू किया गया है। लॉकडाउन से पहले ये लोग 'मुनि की रेती' नाम के होटल में रह रहे थे लेकिन पैसा खत्म होने की वजह से ये गुफा में रहने लगे। हालांकि उनके पास खाद्य सामाग्री और अन्य जरूरी सामान खरीदने के लिए पैसा था। नेपाल का रहने वाला नागरिक उन्हें जरूरी सामान मुहैया करवा रहा था।' टीओआई के मुताबिक लॉकडाउन की वजह से ऋषिकेश में लगभग 600 विदेशी नागरिक फंसे हुए हैं।