भुवनेश्वर : ओडिशा में वन विभाग के अधिकारियों ने सांप के जहर की तस्करी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है और इस संबंध में छह लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक महिलाएं भी हैं। उनके पास से सांपों का एक लीटर जहर बरामद किया गया है। इस दौरान अधिकारियों ने सांप के जहर को लेकर कई बातें बताई हैं, जो लोगों को हैरान कर सकती है।
अधिकारियों के मुताबिक, सांप के जहर की तस्करी करने वाले इस गिरोह के कब्जे से लीटर जहर बरामद किया गया है, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 1 करोड़ रुपये है। जिला वन अधिकारी (DFO) अशोक मिश्रा ने बताया कि एक महिला सहित चार लोगों ने इसे बारगढ़ से खरीदा था और इसे पांच-पांच मिलीलीटर की शीशियों में बंद कर उनकी योजना इसे चोरी-छिपे बेचने की थी।
200 कोबरा से निकाला जाता है 1 लीटर जहर
सांपों के जहर की तस्करी से जुड़े इस गिरोह ने 1 लीटर जहर को चोरी-छिपे बेचने के लिए 10 लाख रुपये की डील भी की थी। इस मामले में दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। वन अधिकारी के मुताबिक, 1 लीटर सांप के जहर की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 1 करोड़ रुपये से अधिक है। उन्होंने यह भी कहा कि 1 लीटर सांपों का जहर इकट्ठा करने के लिए करीब 200 कोबरा की जरूरत पड़ती है।
दुनियाभर में सांपों के जहर का इस्तेमाल कई कारणों से किया जाता है। इसका इस्तेमाल दवा बनाने में भी किया जाता है। खास तौर पर तंत्रिका तंत्र, हृदय संबंधी रोग और रक्त से जुड़ी बीमारियों के इलाज में कारगर समझी जाने वाली दवाओं में इनका इस्तेमाल होता रहा है। इस तरह सांपों का जहर कई बार जिंदगी बचाने वाला भी साबित होता है, जिसकी वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी खूब मांग भी है।