नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बावजूद लगता है कि लोगों ने सबक नहीं लिया है। बाजारों में उसी तरह की चहल-पहल देखी जा रही है, जैसी आम दिनों में दिखती है। चांदनी चौक इलाके और शास्त्री पार्क से ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जिससे साफ होता है कि लोगों में अब भी कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर कोई खौफ नहीं है और न ही वे लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी समझते हैं।
चांदनी चौक, शास्त्री पार्क में नियमों का उल्लंघन
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों और देशव्यापी लॉकडाउन के बीच चांदनी चौक और शास्त्री पार्क इलाके से जो तस्वीरें सामने आई हैं, वे डराने वाली हैं। यहां लोग सरेआम सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे हैं। चांदनी चौक के लाल कुआं बाजार में लोग लॉकडाउन के बावजूद खूब खरीदारी करते नजर आए। यही हाल नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के शास्त्री पार्क इलाके में भी देखा गया, जहां बड़ी संख्या में लोग खरीदारी के लिए बाजार में निकल आए।
दिल्ली में संक्रमण के 2300 से ज्यादा मामले
यहां उल्लेखनीय है कि दिल्ली में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के 2,376 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 50 लोगों की जान भी गई है। यहां 808 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं, जिनमें से 735 रोगी 18-23 अप्रैल के बीच ठीक हुए। ये आंकड़े कोरोना संक्रमण से जूझ रहे लोगों में उम्मीद की नई किरण जगाते हैं। यहां अभी 1518 मरीजों का इलाज चल रहा है। दिल्ली में संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने 'ऑपरेशन शील्ड' चलाया है, जिसके तहत ऐसे इलाकों को सील किया जा रहा है, जहां कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं।
प्लाज्मा थेरेपी से किया जा रहा मरीजों का उपचार
दिल्ली में अब तक 92 कंटेनमेंटजोन घोषित किए जा चुके हैं। हालांकि इस बीच पूर्वी दिल्ली के वसुंधरा एन्क्लेव इलाके से अच्छी खबर सामने आई है, जहां मंसारा अपार्टमेंट में बीते कुछ दिनों में कोई नया मामला सामने नहीं आया। इस इलाके को भी कंटनमेंट जोन घोषित किया गया था, लेकिन अब इसे उस सूची से हटा दिया गया है। दिल्ली में कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए प्लाज्मा थेरेपी भी अपनाई जा रही है, जिसे लेकर सरकार उत्साहित है। इसमें ऐसे लोगों के रक्त प्लाज्मा को संक्रमित मरीजों में दिया जाता है, जो अपनी शरीर प्रतिरोधक क्षमता से खुद ठीक हो चुके होते हैं।