- देश में कोरोना की स्थिति पर सोनिया गांधी ने पार्टी के सांसदों के साथ चर्चा की
- कांग्रेस अध्यक्ष ने कोरोना संकट पर तत्काल सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की
- देश में शुक्रवार को बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 4 लाख से ज्यादा मामले आए
नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देश में कोरोना के हालात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तत्काल सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है। कांग्रेस संसदीय पार्टी (सीपीपी) की एक वर्चुअल बैठक को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने शुक्रवार को कहा कि महामारी से ज्यादा व्यवस्थित एवं सामूहिक रूप से लड़ने की जरूरत है और इसके लिए सर्वदलीय बैठक बुलाने की जरूरत है। इस वर्चुअल बैठक में कांग्रेस के लोकसभा और राज्यसभा के सांसद शरीक हुए।
कोरोना की हालत पर सर्वदलीय बैठक बुलाए सरकार
बैठक को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि देश में कोरोना की जो हालत है उस पर मोदी सरकार को जल्द एक सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए। बता दें कि शुक्रवार को बीते 24 घंटे में देश में कोरोना संक्रमण के 4.14 लाख से ज्यादा केस आए और 3,900 से अधिक लोगों की मौत हुई। कांग्रेस नेता ने इस महामारी से लड़ने का सुझाव पेश करते हुए स्थायी समितियों की बैठक भी बुलाने की मांग की ताकि कोविड से बेहतर तरीके से लड़ाई लड़ी जा सके और सामूहिक प्रयास सुनिश्चित किए जाएं।
'दवाओं, वेंटिलेटर्स की आपूर्ति नहीं कर पाई सरकार'
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा, 'कोरोना से लड़ने में व्यवस्था नाकाम नहीं हुई है बल्कि मोदी सरकार देश की ताकत एवं संसाधनों का इस्तेमाल सही तरीके से नहीं कर पाई है। मोदी सरकार इस देश को चलाने में असफल हो गई है।' सोनिया ने आगे आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ऑक्सीजन, दवाओं एवं वेंटिलेटर्स की आपूर्ति सही तरीके से नहीं कर पाई है। उन्होंने कहा, 'देश को जितने टीकों की जरूरत है, उस संख्या को देखते हुए सरकार समय रहते पर्याप्त ऑर्डर नहीं दे पाई है।'
सोनिया ने सेंट्रल विस्टा परियोजना पर हमला बोला
सरकार की सेंट्रल विस्टा परियोजना पर हमला बोलते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी सरकार ने गैर-जरूरी परियोजनाओं के लिए हजारों-करोड़ रुपए आवंटित किए हैं। इस तरह की परियोजनाओं का आम लोगों के जीवन-यापन से कोई लेना-देना नहीं है। अपने बयान में सोनिया ने कहा, 'मोदी सरकार अपनी मौलिक जिम्मेदारियों एवं जनता के प्रति अपनी कर्तव्यों का त्याग कर चुकी है। ईजीओएम, नेशनल टास्क फोर्स और संसदीय पैनल ने महामारी पर जो अलर्ट और चेतावनी जारी की थी, केंद्र ने उन्हें नजरंदाज किया।'
राहुल ने भी पीएम को लिखा पत्र
कोरोना महामारी पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी शुक्रवार को पीएम को पत्र लिखा। अपने पत्र में केंद्र पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने कहा है कि सरकार के पास एक स्पष्ट टीकाकरण नीति का अभाव है और इसके चलते देश 'खतरनाक' स्थिति में पहुंच गया है। राहुल ने कहा कि कोरोना महामारी विस्फोटक हो गई है और इससे निपटने में सरकार की नाकामी देश को पूर्ण लॉकडाउन की तरफ ढकेल रही है।