नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश के कई हिस्सों में हो रहे विरोध-प्रदर्शन पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बयान जारी किया है। उन्होंने कहा, 'मोदी सरकार स्वयं हिंसा व बंटवारे की जननी बन गई है। सरकार ने देश को नफरत की अंधी खाई में धकेल दिया है तथा युवाओं के भविष्य को आग की भट्टी में झुलसा दिया है।'
सोनिया ने कहा, 'शांति व सौहार्द्र बनाना, कानून का शासन चलाना व संविधान की रक्षा करना सरकार का काम है। भाजपा सरकार ने देश वे देशवासियों पर हमला बोल दिया है।'
उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा साफ है- देश में अस्थिरता फैलाओ, देश में हिंसा करवाओ, देश के युवाओं के अधिकार छीनते जाओ, देश में धार्मिक उन्माद का वातावरण बनाओ और राजनैतिक रोटियां सेंकते जाओ। प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह इसके सूत्रधार हैं।
असम, त्रिपुरा व मेघालय जल रहा है। असम में 4 युवा मार गए। दिल्ली से पश्चिम बंगाल तक हिंसा और विरोध फैला हुआ है। गृह मंत्री अमित शाह की स्वयं हिम्मत नहीं कि वो पूर्वोत्तर का दौरा कर सकें। पहले बांग्लादेश के विदेश मंत्री और फिर जापान के प्रधानमंत्री का भारत दौरा रद्द करना पड़ा।
पूरा देश आंदोलन की राह पर है। युवा और छात्र सड़क पर हैं। पर मोदी सरकार और उसके मंत्री पूरे देश के युवाओं को उग्रवादी, नक्सलवादी, अलगाववादी, देशद्रोही साबित करने में व्यस्त हैं। मोदी सरकार शासन देने में पूरी तरह से विफल रही है।
सोनिया ने आगे कहा, 'महंगाई चरम पर है। बेरोजगारी सर पर चढ़कर बोल रही है। अर्थव्यवस्था ठप है। शिक्षा और शिक्षण संस्थानों का बुरा हाल है। ऐसे में मोदी सरकार केवल धार्मिक उन्माद फैला, हिंसा करवा, अफरा-तफरी का आलम पैदा कर खुद की नाकामी से ध्यान बांटने का प्रयास कर रही है। CAB या NRC सब इसी विघटनकारी तथा विभाजनकारी ध्यान बांटने की नीति का हिस्सा हैं।'