मुरादाबाद : समाजवादी पार्टी (SP) के सांसद एसटी हसन ने लखीमपुर खीरी रेप केस पर बात करते हुए मुस्लिम रेपिस्टों को सजा के तौर पर शरिया कानून के तहत 'पत्थरबाजी' करने की बात कही, हसन ने कहा कि बलात्कार के आरोपियों को कानून के अनुसार दंडित किया जाना चाहिए, लेकिन अगर वे मुस्लिम हैं तो उन्हें 'कमर तक दफन कर दिया जाना चाहिए और सार्वजनिक स्थानों पर पत्थर मारकर मार डाला जाना चाहिए।'
गौर हो कि यूपी के लखीमपुर खीरी में बुधवार को 15 और 17 साल की दो नाबालिग दलित बहनें अपने घर से लगभग एक किलोमीटर दूर एक पेड़ से लटकी मिलीं। पीड़ितों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि गला घोंटकर हत्या करने से पहले उनके साथ बलात्कार किया गया था।
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लड़कियों की मां ने आरोप लगाया था कि दो आदमी उनके घर के बाहर मोटरसाइकिल पर आए और जब वे मवेशियों के लिए चारा ला रहे थे तो लड़कियों का अपहरण कर लिया। उन्होंने कहा कि, 'मैं नहा रहा था तभी आरोपी मोटरसाइकिल पर आया। तीनों आरोपी पीले, सफेद और नीले रंग की टी-शर्ट में थे। दोनों आरोपियों ने मेरी बेटियों को उठा लिया और उन्हें बाइक पर बैठने के लिए मजबूर किया और भाग गए।' पुलिस ने इस मामले में कई गिरफ्तारियां की हैं। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान जुनैद, छोटू, करीमुद्दीन, सुहैल, आरिफ और हफीज-उर-रहमान के रूप में हुई है।
जघन्य अपराध के सुर्खियों में आने के बाद एक राजनीतिक विवाद
यूपी में जघन्य अपराध के सुर्खियों में आने के बाद एक राजनीतिक विवाद छिड़ गया। विपक्ष ने जुड़वां हत्याओं को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा की खिंचाई की। पूर्व सीएम और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, 'निघासन थाना क्षेत्र में दो दलित बहनों की अपहरण के बाद हत्या। उनके पिता का पुलिस पर आरोप बेहद गंभीर है कि उन्होंने परिवार की सहमति के बिना 'पंचनामा' और पोस्टमार्टम किया। लखीमपुर में किसानों के लिए दलितों की हत्या अब हाथरस की बेटी की हत्या की पुनरावृत्ति है।'