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Narendra Modi Cabinet Ministres: नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में शामिल इन कैबिनेट मंत्रियों पर खास नजर

Updated Jul 07, 2021 | 19:49 IST

नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल के दूसरे विस्तार में 15 चेहरों को शपथ दिलाई गई है जिसमें कुछ नए और कुछ पुराने चेहरे हैं।

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मोदी कैबिनेट के दूसरे विस्तार में 15 कैबिनेट मंत्री शामिल
मुख्य बातें
  • मोदी मंत्रिमंडल के दूसरे विस्तार में कुल 15 कैबिनेट मंत्री शामिल
  • कुल 6 नए चेहरों को जगह, 9 राज्य मंत्रियों को कैबिनेट का तोहफा
  • इस विस्तार में कैबिनेट में किसी महिला को जगह नहीं

नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल विस्तार से पहले जिस तरह से कुछ बड़े चेहरों ने इस्तीफा दिया उसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि  वो कौन से चेहरे होंगे जिन्हें मंत्रिमंडल में जगह मिला है। अगर शपथ ग्रहण को देखें तो नए और पुराने मिलाकर कुल 15 लोगों को कैबिनेट मंत्री के लिए शपथ दिलाई गई है। नए चेहरों में नारायण राणे, सर्बानंद सोनोवाल, वीरेंद्र कुमार, ज्योतिरादित्य सिंधिया, भूपेंद्र यादव का नाम शामिल है तो जी किशन रेड्डी, हरदीप सिंह पुरी, अनुराग ठाकुर को तोहफा मिला है। इसके साथ खास बात है कि किसी महिला चेहरे को जगह नहीं मिली है।

नारायण राणे( कोंकण महाराष्ट्र, 69 साल)
नारायण राणे महाराष्ट्र के कोंकण इलाके से आते हैं और राज्यसभा के लिए पहली बार चुने गए। 6 बार विधायक और एक दफा महाराष्ट्र विधानपरिषद के सदस्य रहे हैं। महाराष्ट्र के सीएम भी रहे हैं। पिछले 35 साल से वो अलग अलग पदों के जरिए राजनीति और सामाजिक सेवा में सक्रिय रहे हैं। राजनीति में आने से पहले वो 1971 से 1984 में आयकर विभाग में पदस्थ थे। 

सर्बानंद सोनोवाल (डिब्रूगढ़ असम, 58 साल)

मोदी मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री बनने से पहले सर्बानंद सोनोवास असम के सीएम थे। इससे पहले वो  2 बार लोकसभा के सदस्य भी रह चुके हैं। मोदी सरकार में वो पहले भी राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार का पद संभाल चुके हैं। पिछले 3 दशक से वो राजनीति में सक्रिय रहे हैं, और गुवाहाटी विश्वविद्यालय से एलएलबी हैं।

डॉ वीरेंद्र कुमार( सागर, मध्य प्रदेश, 68 वर्ष)
डॉ वीरेंद्र कुमार, मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से लोकसबा सांसद हैं। वो पिछले सात बार से सांसद रह चुके हैं और वरिष्ठ सांसदों में से एक हैं। नरेंद्र मोदी सरकार में वो राज्य मंत्री महिला बाल विकास के तौर पर कार्यभार संभाल चुके हैं। पिछले 40 वर्षों से राजनीति में सक्रिय हैं। इसके साथ ही डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय से पीएचडी हैं।

ज्योतिरादित्य सिंधिया( ग्वालियर, मध्य प्रदेश, 50 वर्ष)
ज्योतिरादित्य सिंधिया इस समय राज्यसभा के सांसद हैं। पिछले पांच बार से सांसद हैं। यूपीए सरकार के दौरान वो कई महत्वपूर्ण पदों को संभाल चुके हैं। इसके साथ ही मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। पिछले साल मध्य प्रदेश में बीजेपी सरकार बनाने में खास भूमिका रही है।

रामचंद्र प्रसाद सिंह(नालंदा, बिहार, 63 वर्ष)
राम चंद्र प्रसाद सिंह, बिहार से राज्यसभा सांसद हैं, दो बार एमपी रह चुके हैं 1984 बैच के आईएएस अधिकारी रहे हैं और नीतीश कुमार के खास हैं। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से इंटरनेशनल रिलेशंस में एमए की डिग्री हासिल है।

अश्विनी वैष्णव (ओडिशा के राज्यसभा सांसद. 50 वर्ष)
1994 बैच के एक पूर्व आईएएस अधिकारी, उन्होंने महत्वपूर्ण संभाला। 15 वर्षों में जिम्मेदारियों और विशेष रूप से उनके लिए जाना जाता था। बुनियादी ढांचे में पीपीपी ढांचे में योगदान। उसके बाद, उन्होंने प्रमुख वैश्विक कंपनियों में नेतृत्व की भूमिकाएं निभाई हैं
जैसे जनरल इलेक्ट्रिक और सीमेंसउन्होंने व्हार्टन स्कूल, पेनीसिल्वेनिया विश्वविद्यालय से एमबीए किया है और
आईआईटी कानपुर से एमटेक हैं।

श्री पशुपति कुमार पारस (हाजीपुर से लोकसभा सांसद)
 वह बिहार में 7 बार विधायक और 1 बार एमएलसी रहे हैं, जिससे उन्हेंभारत के सबसे वरिष्ठ राज्य विधायकों में से एक हैं।
उन्होंने बिहार सरकार में मंत्री के रूप में भी कार्य किया है।उन्होंने सार्वजनिक जीवन में ४५ से अधिक वर्षों तक सेवा की है। उन्होंने भागलपुर विश्वविद्यालय से बीएड किया है।

श्री भूपेंद्र यादव राजस्थान के राज्यसभा सांसद 

उन्हें कई संसदीय क्षेत्रों में उनके नेतृत्व के लिए जाना जाता हैसमितियां।अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने से पहले, वह में एक वकील थेसुप्रीम कोर्ट और सरकारी वकील के रूप में भी काम किया है, महत्वपूर्ण आयोग।वे सार्वजनिक जीवन में 2 दशकों से अधिक समय से हैं।उन्होंने गवर्नमेंट कॉलेज, अजमेर से एलएलबी किया है।


 

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