नई दिल्ली: लॉकडाउन की वजह से देश में सार्वजनिक परिवहन के साधन बंद पड़े थे,अब जब लॉकडाउन-3 की अवधि भी पूरी होने वाली है इससे पहले सरकार पहले श्रमिकों की घर वापसी को 7 मई से विशेष ट्रेनें चला रहा है वहीं 12 मई से कुछ रुट्स पर स्पेशल यात्री ट्रेनें भी शुरु कर चुका है, इसी क्रम में आज पहली ट्रेन विलापुर छत्तीसगढ़ के लिए रवाना हुई।
भारतीय रेलवे ने अभी आंशिक रूप से रेल सेवा बहाल करने का फैसला किया है। फिलहाल 15 यात्री ट्रेनें (अप-एंड-डाउन मिलाकर 30 ट्रेनें) चलाई जाएंगी, जिनके लिए बुकिंग शुरू हो गई। टिकट बुकिंग आईआरसीटीसी से ही हुई है सभी ट्रेनों में सिर्फ एसी कोच हैं और ट्रेन सीमित स्टेशनों पर ही रुकेंगी रेलवे की योजना है कि धीरे-धीरे ट्रेनों का संचालन शुरू किया जाए।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से बिलासपुर (छत्तीसगढ़) के लिए 1,490 यात्रियों को ले जाने वाली विशेष ट्रेन ने शाम को प्रस्थान किया, लॉकडाउन के दौरान ये पहली यात्री ट्रेन है जो नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से रवाना हुई है।
भारतीय रेलवे ने बताया कि अभी तक अगले सात दिन के लिए 16.15 करोड़ रुपये की 45,533 (PNR) बुकिंग की गई है। इन टिकटों पर करीब 82,317 लोग यात्रा करेंगे। यात्रियों को अपना भोजन और चादर लाने को कहा गया है और स्वास्थ्य जांच के लिए ट्रेन के रवाना होने के समय से करीब 90 मिनट पहले आने को कहा है।
यात्रियों को इन शहरों तक पहुंचाएंगी ये ट्रेनें
ये रेलगाड़ियां नई दिल्ली और देश के सभी प्रमुख शहरों डिब्रूगढ़, अगरतला, हावड़ा, पटना, बिलासपुर, रांची, भुवनेश्वर, सिकंदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, मडगांव, मुम्बई सेंट्रल, अहमदाबाद और जम्मू तवी के बीच चलेंगी।
मंगलवार 12 मई को आठ में से तीन रेलगाड़ियां नई दिल्ली से रवाना हुईं और डिब्रूगढ़, बेंगलुरु और बिलासपुर पहुंचेंगी। हावड़ा, राजेन्द्र नगर (पटना), बेंगलुरु, मुम्बई मध्य और अहमदाबाद से एक-एक रेलगाड़ी रवाना होगी और दिल्ली पहुंचेगी।
फिलहाल आरएसी और वेटिंग टिकट जारी नहीं
लॉकडाउन में चलाए जाने के कारण इन विशेष रेलगाड़ियों में सिर्फ वातानुकूलित श्रेणी (एसी-1, एसी-2 और एसी-3) के डिब्बे होंगे, किराया सामान्य राजधानी ट्रेन के अनुरुप होगा।सार्वजनिक परिवहन रेलवे ने कहा था कि इन रेलगाड़ियों में अग्रिम आरक्षण अधिकतम सात दिन के लिए होगा, फिलहाल आरएसी और वेटिंग टिकट जारी नहीं होगा, रेलगाड़ी में टीटीई को किसी का टिकट बनाने की अनुमति नहीं होगी।
भारतीय रेल ने टिकटें रद्द कराने का भी विकल्प दिया है। इस संबंध में उसका कहना है कि यात्री रेलगाड़ी के प्रस्थान से 24 घंटे पहले तक ही टिकट रद्द करा सकते हैं लेकिन टिकट रद्द होने पर कुल किराये का 50 प्रतिशत शुल्क के रूप में काट लिया जाएगा।