- भारत को आशंका है कि अपने प्रोपगैंडा के लिए दोनों नागरिकों का इस्तेमाल कर सकता है पाक
- साल 2016-17 में किसी समय अनजाने में सीमा पार कर पाक में दाखिल हो गए थे दोनों नागरिक
- भारत ने दोनों नागरिकों के लिए कॉन्सुलर मदद मांगी, जाधव पहले ही पाक जेल में बंद हैं
नई दिल्ली : भारत ने पाकिस्तान में अपने दो नागरिकों की गिरफ्तारी पर हैरानी जाहिर की है। भारत सरकार ने कहा है कि पाकिस्तान में उसके दो नागरिकों की गिरफ्तारी की बात सामने आई है जो कि हैरान करने वाली है क्योंकि दोनों नागरिक 2016-2017 में किसी समय गलती से सीमा पार कर गए थे और इसकी जानकारी पाकिस्तान को दी गई थी लेकिन उसने उस समय कोई जवाब नहीं दिया। अब दोनों नागरिकों की गिरफ्तारी अचानक हैरान करने वाली है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान इन दोनों नागरिकों को अपने प्रोपगैंडा के लिए इस्तेमाल नहीं करेगा। कुमार ने कहा कि भारत अपने दोनों नागरिकों को कॉन्सुलर मदद पहुंचाने के लिए पाकिस्तान से मांग करेगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, 'हमने रिपोर्टें देखी हैं कि 2016-17 के किसी समय दो भारतीय नागरिक अनजाने में पाकिस्तान की सीमा में दाखिल गए। हमने इस बारे में पाकिस्तानी अधिकारियों को सूचित किया था लेकिन पाकिस्तान की तरफ से कोई जवाब नहीं आया। लेकिन दोनों नागरिकों की अचानक गिरफ्तारी से हमें हैरानी हुई है।'
उन्होंने कहा, 'हम उम्मीद करते हैं कि ये दोनों नागरिक प्रशांत और बारी लाल पाकिस्तान के प्रोपगैंडा का शिकार नहीं बनेंगे। हमने इस बारे में पाकिस्तान की सरकार से बात की है और उनसे तुरंत कॉन्सुलर मदद देने का अनुरोध किया है।' दरअसल, जासूसी के आरोप में पाकिस्तान ने भारतीय नागरिक एवं नौ सेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा दी है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने जाधव के फांसी की सजा पर रोक लगा दी है। पाकिस्तान ने जाधव को जिस तरह से फंसाया उसे देखते हुए भारत को आशंका है कि पड़ोसी देश इन दोनों नागरिकों के साथ भी बुरा बर्ताव कर सकता है।
रवीश कुमार ने आगे कहा कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना पीएम मोदी के अनुरोध पर शुक्रवार को कोलकाता आ रही हैं। दिन रात के पहले टेस्ट मैच का उद्घाटन भारत के एक अच्छे मित्र देश के हाथों होना उपयुक्त एवं उचित है।