मुख्य बातें
- साल का पहला सूर्य ग्रहण 10 जून को लगेगा
- यह एक वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा जो ग्रहण के दौरान एक रिंग ऑफ फायर दिखाएगा
- भारत में यह दोपहर 01:42 बजे शुरू होगा और शाम 06:41 बजे समाप्त होगा
First Solar Eclipse of 2021: इस साल यानी साल 2021 का पहला सूर्य ग्रहण 10 जून को है। यह सूर्य ग्रहण एक वलयाकार होगा। सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है। जब सूर्य व पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है तो चंद्रमा के पीछे सूर्य का बिम्ब कुछ समय के लिए ढक जाता है, इसी घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है। पृथ्वी सूरज की परिक्रमा करती है और चांद पृथ्वी की। कभी-कभी चांद, सूरज और धरती के बीच आ जाता है। फिर वह सूरज की कुछ या सारी रोशनी रोक लेता है जिससे धरती पर साया फैल जाता है। इसी घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है।
2021 का पहला सूर्य ग्रहण: जानिए सूर्य ग्रहण के बारे में सब कुछ
- अरुणाचल प्रदेश जैसे सुदूर पूर्व के राज्यों को छोड़कर भारत के अधिकांश हिस्सों में सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा।
- उत्तरी कनाडा, ग्रीनलैंड और रूस के लोग वलयाकार सूर्य ग्रहण देख सकेंगे, जिसे 'रिंग ऑफ फायर' कहा जाता है।
- आंशिक सूर्य ग्रहण उत्तरी अमेरिका, यूरोप और उत्तरी एशिया के अधिकांश हिस्सों में देखा जाएगा।
- चंद्रमा सूर्य के लगभग 97 प्रतिशत हिस्से को कवर करेगा।
- 'रिंग ऑफ फायर' की सबसे लंबी अवधि चार मिनट के करीब होगी।
- सूर्य ग्रहण 10 जून को दोपहर 01:42 बजे प्रारंभ होगा और शाम 06:41 बजे समाप्त होगा।
- सूर्य ग्रहण देखने के लिए और आंखों को किसी भी नुकसान से बचाने के लिए ग्रहण देखने वाले चश्मों (आईएसओ प्रमाणित) या उचित फिल्टर्स के साथ कैमरे का इस्तेमाल करें। वलयाकार सूर्य ग्रहण देखने का सबसे सुरक्षित तरीका पिनहोल कैमरे से स्क्रीन पर प्रोजेक्शन या टेलिस्कोप है। दूरबीन, टेलीस्कोप, ऑप्टिकल कैमरा व्यूफाइंडर से सूर्य ग्रहण को देखना सुरक्षित है।
- नंगी आंखों से सूरज को न देखें। ग्रहण देखन के लिए एक्स-रे फिल्म्स या सामान्य चश्मों (यूवी सुरक्षा वाले भी नहीं) का इस्तेमाल न करें। ग्रहण देखने के लिए पेंट किए ग्लास का भी इस्तेमाल न करें।