- सुष्मिता देव के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में फिर छिड़ी आतंरिक रार!
- वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल बोले- हम बूढ़ों को ठहराया जाता है दोषी
- सुष्मिता देव के टीएमसी में शामिल होने की अटकलें हुई तेज
नई दिल्ली: कांग्रेस की पूर्व लोकसभा सांसद और अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव (Sushmita Dev) ने पार्टी को अलविदा कह दिया है। पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे अपने इस्तीफे में उन्होंने पार्टी छोड़ने की वजह नहीं बताई है, हालांकि उन्होंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के साथ ही खुद को मिले मार्गदर्शन एवं सहयोग के लिए सोनिया गांधी और पार्टी नेतृत्व का धन्यवाद किया। सुष्मिता देव के इस्तीफे के बाद कांग्रेस के अंदर से फिर से आवाजें उठनी शुरू हो गई है और वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने एक बार फिर पार्टी पर सवाल उठाए हैं।
सिब्बल का ट्वीट
कपिल सिब्बल ने ट्वीट करते हुए कहा, 'सुष्मिता देव ने हमारी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। जब युवा नेता छोड़कर जाते हैं तो हम 'बूढ़ों' को इसे मजबूत करने के हमारे प्रयासों के लिए दोषी ठहराया जाता है। पार्टी इसके साथ आगे बढ़ती रहती हैं। आंखों को अच्छी तरह से बंद करके।' सिब्बल ने पहली बार कांग्रेस पर सवाल नहीं उठाए हैं वह पहले भी इसी तरह के सवाल उठा चुके हैं।
कार्ति चिंदबरम का सवाल
पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के बेटे और कांग्रेस के लोकसभा सांसद कार्ति चिदंबरम ने भी कुछ इसी तरह का ट्वीट करते हुए कहा, 'हमें इस मामले पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है कि क्यों सुष्मिता देव जैसे लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। इस पर विचार करने से पीछे नहीं हटना चाहिए। इसके बारे में निंदा करने का कोई मतलब नहीं है।' खबरों की मानें तो सुष्मिता देव जल्द ही तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं और इसके लिए वह जल्द ही टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी से मुलाकात कर सकती है।
पहले बदला था ट्विटर बॉयो
आपको बता दें कि सुष्मिता देव असम के सिलचर से लोकसभा सदस्य रही हैं। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद सुष्मिता ने अपने ट्विटर अकाउंट पर अपने प्रोफाइल से संबंधित कुछ जानकारियां बदल दीं। उन्होंने अपने प्रोफाइल में ‘कांग्रेस की पूर्व सदस्य’ और ‘अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष’ लिख दिया है। सुष्मिता देव के पिता संतोष मोहन देव कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे और केंद्र में मंत्री भी रहे।