नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल की सबसे हाई प्रोफाइल सीट नंदीग्राम सीट पर सुवेंदु अधिकारी की जीत की घोषणा के बाद वहां पर टीएमसी की मांग पर नंदीग्राम में रीकाउंटिंग की गई जिसके कुछ देर बाद परिणाम सामने आ गया और अब नंदीग्राम सीट पर बीजेपी प्रत्याशी सुवेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी को हरा दिया है।
अधिकारी चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए। अधिकारी ने चुनाव प्रचार के दौरान ममता पर तीख हमला बोला और उन्हें 'बाहरी' बताया था। नंदीग्राम सीट पर दूसरे चरण में एक अप्रैल को मतदान हुआ। इस सीट पर लोगों ने जमकर 80.79 फीसदी मतदान किया।
भाजपा और अधिकारी को दोनों को चुनौती देने के लिए टीएमसी प्रमुख ने इस सीट को चुना। ममता का भवानीपुर सीट छोड़कर नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का फैसला सभी को हैरान किया।
गत 10 मार्च को पर्चा दाखिल करने के बाद ममता बनर्जी चुनाव अभियान के दौरान जब लोगों से मिल रही थीं तो वह एक हादसे का शिकार हो गईं। इस दुर्घटना में उनके पैर में चोटें आईं जिसके बाद उन्होंने वील चेयर पर बैठकर चुनाव प्रचार किया। भाजपा का दावा है कि इस सीट पर ममता बनर्जी हार रही हैं।
नंदीग्राम में कुल मतदाता 2 लाख 46 हजार
नंदीग्राम में कुल मतदाता 2 लाख 46 हजार 434 हैं। सुवेंदु अधिकारी 2016 के विधान सभा चुनाव में टीएमसी के टिकट पर चुनाव जीते थे और उन्हें 1 लाख 34 हजार 623 वोट मिले थे यानि 67 प्रतिशत वोट मिले थे। बीजेपी को 2016 के चुनाव में 10,713 और 2011 के विस चुनाव में 5,813 वोटों से ही संतोष करना पड़ा। वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में TMC को 1 लाख 30,059 वोट मिले। लेकिन, BJP के वोट 10 हजार से बढ़कर 62 हजार 268 पर पहुंच गए। नंदीग्राम विधान सभा क्षेत्र में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 27 फीसदी से भी ऊपर है। सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया है कि वह ममता बनर्जी को इस बार 50 हजार वोटों से हराएंगे।