- दिल्ली हिंसा में नाम आने के बाद से फरार है ताहिर हुसैन। आम आदमी पार्टी ने पार्षद ताहिर हुसैन को कर दिया था निलंबित
- दिल्ली पुलिस फरार ताहिर को पकड़ने की कोशिश कर रही है। उसने अग्रिम जमानत के लिए अपील की
- 24 फरवरी को ताहिर हुसैन ने 150 फोन कॉल्स किए, इसकी जांच की जा रही है
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) से निष्कासित ताहिर हुसैन के खिलाफ क्राइम ब्रांच ने लुकआउट नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उनके खिलाफ जल्द ही लुकआउट जारी कर दिया जाएगा। इसके अलावा पुलिस ने आरके पुरम पासपोर्ट कार्यालय से ताहिर हुसैन के पासपोर्ट का विवरण भी लिया। ताहिर हुसैन उसी दिन से फरार है, जिस दिन से उसके खिलाफ उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान आईबी के कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या के संबंध में मामला दर्ज है। उसके खिलाफ दो और एफआईआर दर्ज की गई हैं, एक दयालपुर पुलिस स्टेशन में, दूसरी खजूरी खास पुलिस स्टेशन में।
ताहिर हुसैन ने दिल्ली की एक अदालत में अग्रिम जमानत के लिए याचिका भी दायर की है। पुलिस ताहिर के फोन कॉल के डिटेल्स की भी जांच कर रही है। ताहिर 2 सेलफोन इस्तेमाल करते रहा है, क्राइम ब्रांच के पास दोनों सेल फोन हैं। सीडीआर के अनुसार 24 फरवरी की रात 12 बजे तक वह अपने आवास के आसपास चांद बाग इलाके में था।
24 तारीख को ताहिर ने अपने सेलफोन से 150 से अधिक फोन कॉल किए। पुलिस उस नंबर की जांच कर रही है जिस पर ताहिर ने ये कॉल्स किए थे। फरार होने से पहले ताहिर की आखिरी लोकेशन दिल्ली थी। दिल्ली पुलिस को कहना है कि उसके दोनों फोन अभी बंद हैं।
ताहिर के वकीलों के खिलाफ नारेबाजी
बुधवार को कोर्ट ने ताहिर हुसैन की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई टाल दी। याचिका के संबंध में नोटिस कॉपी एसआईटी को नहीं दिए जाने को लेकर कोर्ट ने मामले को टाल दिया। इस बीच, आज अदालत परिसर के अंदर हुसैन का प्रतिनिधित्व करने वाले वकीलों के खिलाफ नारेबाजी और हूटिंग भी हुई।
अंकित के परिवार का ताहिर हुसैन पर आरोप
मृतक अंकित शर्मा के पिता रविंद्र कुमार की शिकायत पर ताहिर हुसैन के खिलाफ FIR दर्ज की गई। उन्होंने हुसैन पर आरोप लगाया है कि उसका कार्यालय चांद बाग पुलिया के पास स्थित है। यहां उन लोगों को इकट्ठा किया गया था जो हिंसा के दौरान पथराव और पेट्रोल बम फेंक रहे थे, जिससे निवासियों में तनाव और भय था।
ताहिर हुसैन को पुलिस ने बचाया?
इसके अलावा मंगलवार को दिल्ली पुलिस के PRO एमएस रंधावा ने कहा कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स हैं कि ताहिर हुसैन को पुलिस ने बचाया था। तथ्य यह है कि 24 फरवरी की रात को हमें सूचना मिली कि एक पार्षद फंस गया है और घिर गया है, लेकिन जब पुलिस ने जांच की कि तो वह अपने घर पर पाया गया था।'