नई दिल्ली : असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता वारिस पठान के बयान को लेकर विवाद गहरा गया है, जिसमें उन्होंने कहा कि '100 करोड़ (हिंदुओं) पर 15 करोड़ (हिंदू) भारी पड़ेंगे।' यह बात उन्होंने कर्नाटक के गुलबर्गा में सीएए के खिलाफ आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कही थी, जिस पर कई लोगों ने आपत्ति जताई है। अब बीजेपी नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने इसे लेकर उन्हें घेरा है और चुनौती दी कि वह उनसे एक-एक हाथ कर लें।
बीजेपी नेताओं ने दी चुनौती
एआईएमआईएम नेता के बयान के बाद बग्गा ने ट्वीट कर कहा, 'वारिस पठान 100 करोड़ हिन्दुओं को चुनौती दे रहा है, मैं वारिस पठान को चुनौती देता हूं 1 ऑन 1 कर लो एक सिख से। बताओ कहां, कब, किस समय मिलना है, चुनौती स्वीकार है तो बताओ नहीं तो कह तो तुम नपुंसक हो।' बग्गा दिल्ली विधानसभा चुनाव में हरि नगर से बीजेपी के उम्मीदवार थे। हालांकि वह चुनाव हार गए थे। बीजेपी नेता सत्यदेव पचौरी ने भी पठान को चुनौती देते हुए कहा है, 'आओ कभी उत्तर प्रदेश में।'
वारिस पठान ने क्या कहा था?
वारिस पठान ने गुलबर्गा में रैली को संबोधित करते हुए कहा था, '...वे कहते हैं कि हमने अपनी मां-बहनों को आगे कर दिया है। अरे भई अभी तो केवल शेरनियां बाहर निकली हैं और तुम्हारे पसीने छूट गए। समझो अगर दोनों लोग साथ में आ गए तो क्या होगा? 15 करोड़ हैं मगर एक सौ करोड़ पर भारी हैं ये याद रखन लेना।' उन्होंने 15 फरवरी को गुलबर्गा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए यह बात कही थी, जिसके बाद उनके बयान पर विवाद बढ़ गया है। उन्होंने यह भी कहा था कि जो चीज मांगने से नहीं मिलती उसे छीन कर लेनी पड़ती है।
पठान ने खुद का किया बचाव
अपने बयान पर विवाद बढ़ने के बाद भी एआईएमआईएम नेता ने खुद का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने जो कुछ भी बोला, भारतीय संविधान के दायरे में बोला। मीडिया पर अपने बयान को गलत संदर्भ में पेश करने का ठीकरा फोड़ते हुए उन्होंने कहा कि उनकी बात को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया, जबकि उनकी पार्टी का एजेंडा हमेशा से सिर्फ विकास रहा है। पठान ने जिस वक्त यह विवादास्पद बयान दिया था, उस वक्त मंच पर उनकी पार्टी के नेता असदुद्दीन ओवैसी भी मौजूद थे।