पीएम नरेंद्र मोदी तमिलनाडु के दौरे पर हैं। उन्होंने हजारों करोड़ों की परियोजनाओं का तोहफा तमिल जनता को दिया। इसके साथ ही जब उन्होंने कहा कि तमिल भाषा शाश्वत है, स्थाई है। इसके जरिए उन्होंने उन लोगों को संदेश दिया जिन्हें ऐसा लगता है कि उन पर किसी खास भाषा को थोपने की कोशिश की जा रही हो। हाल ही में जब गृहमंत्री अमित शाह ने हिंदी के अधिक से अधिक प्रयोग पर बल दिया तो दक्षिण भारत के राज्यों की तरफ से आवाज उठी की एक बार फिर हिंदी भाषा को थोपने की कोशिश चल रही है।
शाश्वत है तमिल भाषा
तमिल भाषा शाश्वत है और तमिल संस्कृति वैश्विक है।चेन्नई से कनाडा तक,मदुरै से मलेशिया तक,नमक्कल से न्यूयॉर्क तक,सलेम से दक्षिण अफ्रीका तक,पोंगल और पुथंडु के अवसरों को बड़े उत्साह के साथ चिह्नित किया जाता है।पीएम मोदी ने यह भी कहा कि अभी हाल ही में मैंने अपने आवास पर भारतीय डीफलिंपिक दल की मेजबानी की।आपको पता ही होगा कि इस बार टूर्नामेंट में भारत का यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमने जो 16 पदक जीते हैं, उनमें से 6 पदकों में तमिलनाडु के युवाओं की भूमिका थी। तमिलनाडु में वापस आना हमेशा शानदार होता है!यह भूमि विशेष है। इस राज्य की जनता, संस्कृति और भाषा बेजोड़ है।ॉ
विकास के रास्ते पर तमिलनाडु
पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें विशेष रूप से खुशी है कि पांच रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है।यह आधुनिकीकरण और विकास भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर किया जा रहा है।साथ ही यह स्थानीय कला और संस्कृति में विलीन हो जाएगा। वो उन सभी लोगों को बधाई देना चाहता हूं जिन्हें पीएम आवास योजना के तहत ऐतिहासिक चेन्नई लाइट हाउस परियोजना के तहत घर मिलेगा।यह हमारे लिए एक बहुत ही संतोषजनक परियोजना रही है।