- तेलंगाना के मंत्री केटीआर ने प्रधानमंत्री मोदी पर साधा निशाना
- अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भारत नहीं बीजेपी मांगे माफी- केटीआर
- पीएम मोदी के मौन समर्थन ने कट्टरता और नफरत को बढ़ावा दिया- केटीआर
Telangana: तेलंगाना के मंत्री केटी रामाराव ने पैगंबर मोहम्मद पर बीजेपी प्रवक्ताओं की टिप्पणी के बाद खाड़ी से प्रतिक्रिया को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। केटीआर ने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, एक देश के रूप में भारत को बीजेपी के कट्टरपंथियों के नफरत भरे भाषणों के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से माफी क्यों मांगनी चाहिए? ये भाजपा है जिसे माफी मांगनी चाहिए, एक राष्ट्र के रूप में भारत नहीं। आपकी पार्टी को दिन-ब-दिन नफरत फैलाने और फैलाने के लिए सबसे पहले घर में भारतीयों से माफी मांगनी चाहिए।
बीजेपी की मांगनी चाहिए माफी- केटी रामाराव
केटीआर ने कहा कि जब बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ने महात्मा गांधी की हत्या की तारीफ की तो प्रधानमंत्री की चुप्पी स्तब्ध और चौंकाने वाली थी। उन्होंने कहा कि मैं आपको याद दिला दूं सर, आप जो अनुमति देते हैं वह वही है जिसे आप बढ़ावा देते हैं। इसके अलावा कहा कि ऊपर से आपके मौन समर्थन ने कट्टरता और नफरत को बढ़ावा दिया है।
पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान के लिए नुपुर शर्मा ने मांगी माफी, BJP कर चुकी पार्टी से निलंबित
वहीं बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने प्रवक्ता नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल के खिलाफ बीजेपी की कार्रवाई पर टिप्पणी करते हुए कहा कि बीजेपी को ऐसी टिप्पणी करने वालों को जेल भेजना चाहिए। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि किसी भी धर्म के लिए आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग उचित नहीं है। इस मामले में बीजेपी को भी अपने लोगों पर सख्ती से शिकंजा कसना चाहिए। केवल उन्हें निलंबित और निष्कासित करने से काम नहीं चलेगा, बल्कि उन्हें सख्त कानूनों के तहत जेल भेजा जाना चाहिए।
भारत को नहीं, बीजेपी को मांगनी चाहिए माफी- पवन खेड़ा
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी इसी तर्ज पर सरकार की खिंचाई की। उन्होंने एक वीडियो मैसेज में कहा कि भारत ने कोई गलती नहीं की है जिसके लिए उसे माफी मांगनी चाहिए। गलती बीजेपी ने की है। देश इसकी भरपाई क्यों करेगा? कतर और कुवैत प्रधानमंत्री को उनके राज धर्म की याद दिला रहे हैं। इससे ज्यादा शर्मनाक क्या हो सकता है? प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी ने हमारा सिर शर्म से झुका दिया है और भारत माफी मांग रहा है? हम ये नहीं मानते कि यहां किसी भारतीय की गलती है। भारत हमेशा संविधान में निहित मूल्यों का सम्मान करता है।