जम्मू : पुलवामा हमले की बरसी पर पाकिस्तान में पनाह पाए आतंकियों ने एक बार फिर भारत में आतंकी वारदात की साजिश की थी, जिसे सुरक्षा बलों की सतर्कता से नाकाम कर दिया गया। पुलिस को जम्मू में बस स्टैंड से 7 किलोग्राम विस्फोटक बरामद हुआ, जिसके बाद इस मामले में कई खुलासे सामने आए हैं और यह भी पता चला कि पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी संगठन ने किस तरह पूरे मामले में साजिश रची।
जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक मुकेश सिंह ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सुरक्षा बलों को पहले ही इसकी खुफिया जानकारी मिल गई थी कि पुलवामा हमले की बरसी पर किसी बड़े आतंकी वारदात को अंजाम देने की साजिश की जा रही है। पुलिस हाई अलर्ट पर थी। शनिवार रात पुलिस ने सुहैल नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया, जिसके बाद से लगभग 6.5 किलोग्राम आईईडी बरामद किया गया।
ऐसे रची गई थी साजिश
पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को बताया कि वह चंडीगढ़ में पढ़ता था, जहां उसे पाकिस्तान के अल बद्र तंजीम से यहां आईईडी प्लांट करने को लेकर मैसेज मिला था। आईईडी प्लांट करने के लिए उसे तीन-चार लोकेशंस के लक्ष्य दिए गए थे, जिसके बाद उसे फ्लाइट से श्रीनगर पहुंचना था। यहां अल बद्र तंजीम के लिए काम करने वाले ओवर ग्राउंड वर्कर अख्तर शकील खान उसे रिसीव करने वाला था।
जम्मू आईजी ने बताया कि इस मामले की जानकारी चंडीगढ़ में रहने वाले काजी वसीम नाम के एक शख्स को भी थी। उसे भी हिरासत में लिया गया है। इसके अतिरिक्त आबिद नबी नाम के एक शख्स को भी गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि बीती रात सांबा से 15 छोटे आईईडी और 6 पिस्तौल बरामद की गई है। इस तरह सुरक्षा बलों और खुफिया तंत्र की चौकसी से एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया गया।
यहां उल्लेखनीय है कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा में एक आतंकी ने 14 फरवरी को ही सीआरपीएफ जवानों को लेकर जा रही बस से विस्फोटों से भरी कार टकरा दी थी, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए। साल 2019 में हुई उस आतंकी वारदात को दो साल हो गए हैं। उस घटना के 13 दिन बाद 26 फरवरी को भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक कर आतंकियों के ठिकाने तबाह कर दिए थे।