24 नवंबर को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर के रामबाग में मेहरान यासीन शल्ला समेत दो और आतंकवादियों को मार गिराया। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट किया, 'रामबाग में हुई कथित मुठभेड़ के बाद उसकी प्रामाणिकता को लेकर जायज शक पैदा हो गए हैं।' महबूबा आगे कहती हैं कि एक बार फिर आधिकारिक बयान जमीनी हालात से मेल नहीं खाता जैसा कि शोपियां, HMT और हैदरपोरा में देखा गया था।
पहली नजर में महबूबा मुफ्ती के बयान आतंकवादी मेहरान को मासूम साबित करने की कोशिश लग रहे हैं। वहीं, जम्मू-कश्मीर के DGP दिलबाग सिंह कहते हैं, कुछ लोग हैं जो सबकुछ जानते हुए भी आतंकवादियों के साथ खड़े हैं। समाज में कुछ ऐसे लोग हैं जो सच्चाई समझते हैं लेकिन कहते कुछ और हैं जो सच्चाई से कहीं दूर होती है। बहुत सारे लोग सोशल मीडिया में एक्टिव हैं जो आतंकी के मारे जाने पर सवाल उठाते हैं। दुर्भाग्य से कुछ लोग हैं जो निर्दोष लोगों के हत्यारों को निर्दोष बताते हैं।
वहीं, एक वीडियो सामने आया है, जिसमें पाकिस्तान के समर्थन में नारे लग रहे हैं। वीडियो में आतंकी मेहरान खुद को पाकिस्तानी बता रहा है। पुलिस ने मेहरान की जो पहचान उजागर की है, उसके मुताबिक, वह लश्कर-ए-तैयबा की शाखा The Resistance Front यानी TRF का एक्टिव आतंकवादी था। वह 7 अक्टूबर को श्रीनगर के सरकारी स्कूल में स्कूल की प्रिसिंपल सुपिंदर कौर और टीचर दीपक चंद की टारगेट किलिंग में भी शामिल था। लेकिन महबूबा मुफ्ती उसे निर्दोष बता रही हैं।
महबूबा मुफ्ती को सुरक्षा बलों पर संदेह होता है, लेकिन अपने ही देश के नागरिकों की कश्मीर में टारगेट किलिंग पर महबूबा मुफ्ती कोई सवाल नहीं उठातीं। जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा के सलाहकार फारुक खान कहते हैं कि PDP अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती सिर्फ गंदी राजनीति करती हैं।