- निर्भया के चारों दोषियों को 22 मार्च सुबह 5.30 बजे दी जानी है फांसी
- मुकेश की अपील पटियाला हाउस कोर्ट से खारिज आज दिल्ली हाईकोर्ट में होनी है सुनवाई
- निर्भया का एक दोषी बोला- अगर फांसी से रेप रुक जाए तो फांसी पर चढ़ा दो।
नई दिल्ली। अगर निर्भया के दोषी कानूनी ताल तिकड़म में गुरुवार को कामयाब नहीं हुए तो 20 मार्च का दिन उनकी जिंदगी का आखिरी दिन साबित होगा। तिहाड़ से उनकी लाशें बाहर आएंगी। सूली पर लटाकाए जाने की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है। बुधवार को जल्लाद पवन ने चारों के डमी को एक साथ लटकाया। इस प्रक्रिया के दौरान एक एक कदम पर ध्यान दिया गया ताकि किसी तरह की चूक न हो।
लाल रंग के कपड़े में निर्भया के गुनहगार
इस दौरान एक बात ध्यान देने वाली है कि निर्भया के गुनहगारों को लाल कपड़ा पहनाया गया है, यह सवाल जितना दिलचस्प है उसका जवाब भी उतना ही दिलचस्प है। बताया जा रहा है कि फांसी घर के करीब चार अलग अलग सेल में बंद पवन गुप्ता, विनय गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय सिंह को लाल रंग के कपड़े पहनाए गए। जानकारों का कहना है कि इसके पीछे मतलब यह होता है कि डेंजर जोन। यानि किसी दूसरे कैदी इस तरफ नहीं आ सकते हैं।
सबसे ज्यादा बेचैन है मुकेश
बताया जा रहा है कि चारों दोषियों में सबसे ज्यादा बेचैन मुकेश है, इसके साथ ही चारों दोषी अन्य दिनों की तुलना में कम खा पी रहे हैं। रात को देर रात तक जगे रहते हैं। इन चारों को लाल कमीज, लाल कच्छास लाल बनियान और लाल रंग की पैंट पहनाई गई है। यही नहीं इनके मुकदमों के लिए जिस फाइल का इस्तेमाल किया जा रहा है उसका भी रंग लाल है।
एक इशारा और फांसी के तख्ते पर लटक जाएंगे दोषी
जेल अधिकारियों का कहना है कि फांसी वाले दिन यानि 20 मार्च को पवन गुप्ता, विनय शर्मा, मुकेश सिंह और अक्षय सिंह को सेल में ही नहलाया जाएगा। फांसी देने के बाद जेल नंबर 3 को दूसरे कैदियों के लिये थोड़ी देर बाद खोला जाएगा। फांसी वाले दिन जेल अधिकारी, जेल स्टाफ, एसडीएम जेल नंबर 3 पहुंचेंगे और एसडीएम के इशारे के बाद चारों को फांसी पर लटका दिया जाएगा।
ताल तिकड़म में जुटे हुए हैं दोषी
निर्भया के चारों गुनहगारों की तरफ से बचने की लगातार कोशिश की जा रही है। चारों दोषियों ने फांसी रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में गुहार लगाई है। इसके साथ ही मुकेश की दलील थी कि वो वारदात वाले दिन दिल्ली में था ही नहीं। यह बात अलग है कि पटियाला हाउस कोर्ट से उसकी दलील न केवल खारिज हुई बल्कि कोर्ट ने फटकार भी लगाई। इसके साथ ही अक्षय की पत्नी ने कहा कि वो विधवा नहीं रहना चाहती और वो अक्षय से तलाक चाहती है।