- हरियाणा कांग्रेस की महिला नेता का वीडियो हुआ वायरल
- बीजेपी नेता जवाहर यादव ने वीडियो ट्वीट कर कांग्रेस पर कसा तंज
- वीडियो में बोली कांग्रेस नेता- हर साथी की यहीं कोशिश है कि किसान की हर तरह से मदद की जाए
नई दिल्ली: तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान पिछले करीब तीन महीनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों की मांग है कि तीनों नए कानून वापस लिए जाएं और इसे लेकर सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन दिल्ली के टिकरी बॉर्डर तथा गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहा है। किसानों के इस आंदोलन को भले ही गैर राजनीतिक कहा जा रहा हो लेकिन कई नेता गाजीपुर पर हो रहे विरोध प्रदर्शनों के मंच पर नजर आ चुके हैं। राजनीतिक दल किसानों को अपना समर्थन दे चुके हैं। इन सबके बीच हरियाणा कांग्रेस की एक महिला नेता का वीडियो वायरल हो रहा है।
जवाहर यादव ने किया ट्वीट
भाजपा नेता और हरियाणा सरकार के पूर्व राज्य मंत्री जवाहर यादव ने नरवाना विधानसभा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी विद्या रानी देवी का एक वीडियो शेयर किया है। इसके साथ उन्होंने कैप्शन दिया है, 'कांग्रेस ख़त्म हो चुकी है किसान आंदोलन अवसर है फिर से कांग्रेस को ज़िंदा करने का इसके लिए आंदोलनकारियों को शराब भी भेजो ये कह रही है कुमारी शैलजा, भूपिंदर हुड्डा की कार्यकर्ता, ये देवी जी नरवाना विधानसभा चुनाव हारी थी इस बार।'
क्या है वीडियो में
इस वीडियो में विद्या रानी कहती हैं, 'जैसे- जैसे सभी गांव कंट्रोल हो जाएंगे, सभी गांवों का सर्वे हो जाएगा, हम प्रचार कर चुके होंगे उसके बाद हम एकमत से जींद जिले पदयात्रा करेंगे जो एक विशाल समूह के रूप में उभरेगी। इसके बाद हमारी कांग्रेस पार्टी को एक नई दिशा मिलेगी और नया बल मिलेगा और हमारी पार्टी एक नए तरीके से जन्म लेगी। क्योंकि देखो इस बार जब हम हारे हैं तो तब पार्टी का अस्तित्व लगभग खत्म ही हो चुका था लेकिन ये आंदोलन जो हमें मिला है ना ये 26 तारीख को खत्म हो चुका था लेकिन किसी ना किसी तरह क्योंकि किसान के इरादे मजबूत थे कि आंदोलन दुबारा खड़ा हुआ और इतनी मजबूती से खड़ा हुआ कि इसे अब हमें चलाना है।'
वीडियो में वह आगे कहती हैं, 'किसान को किसी तरह की कमी नहीं होने देनी है... हर साथी की यहीं कोशिश है कि किसान की हर तरह से मदद की जाए। सब्जियों से लेकर, घी से लेकर.. हर तरह से सहयोग करे। ये किसान आंदोलन केवल किसान का नहीं है बल्कि हम सबका है। इसका फर्क हम सब पर पड़ेगा। हमें आंदोलन को एक संजीवनी देनी है। इसको मजबूत करना है।'