नयी दिल्ली:नोवल कोरोना वायरस की जांच क्षमता बढ़ाने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 की जांच के लिए मान्यता प्राप्त निजी लैब को अनुमति देने का निर्णय किया है।अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि वर्तमान में केवल सरकारी लैब को ही जांच करने की अनुमति है और केंद्र सरकार बीमारी की जांच क्षमता दोगुनी करने के लिए प्रबंध कर रही है।
एक अधिकारी ने बताया, 'लैब के नाम को हमने अभी अंतिम रूप नहीं दिया है। इसके लिए तौर-तरीकों पर काम किया जा रहा है।'
कोविड-19 की पुष्टि के लिए जांच फिलहाल सरकारी लैब में नि:शुल्क की जा रही है।
आईसीएमआर में महामारी एवं संचारी रोग के प्रमुख रमन आर. गंगाखेडकर ने कहा कि जांच क्षमता कोई मुद्दा नहीं है क्योंकि 52 लैब की क्षमता के मुताबिक भारत वर्तमान में प्रतिदिन दस हजार जांच कर सकता है।
उन्होंने कहा, 'प्रतिदिन करीब 600 नमूने की जांच की जा रही है।' उन्होंने कहा कि फिलहाल 60 हजार जांच के उपकरण उपलब्ध हैं और अतिरिक्त दो लाख किट के आदेश दिए गए हैं।
वर्तमान जांच प्रोटोकॉल के मुताबिक कोरोना वायरस के अधिक जोखिम वाले देशों की यात्रा करने वाले लोगों और पॉजिटिव पाए गए लोगों के संपर्क में आने वालों को 14 दिनों के लिए पृथक वार्ड में रखा जा रहा है और जिन लोगों में लक्षण दिख रहे हैं उनकी जांच की जा रही है।
देश में नोवल कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या मंगलवार को 126 हो गई।