- बाबा का ढाबा के मालिक कांता प्रसाद ने गौरव के खिलाफ दर्ज कराया है केस
- कांता प्रसाद ने यूट्यूबर गौरव के खिलाफ धोखाधड़ी का लगाया है आरोप
- बाबा के खाते में 40 लाख से अधिक रुपये जमा! नया ढाबा खोलने की तैयारी
नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर वायरल हुई बाबा के ढाबा की कहानी अब एक नए मोड़ पर पहुंच गई है। जिस यूट्यूबर गौरव वासन के एक वीडियो के जरिए बाबा कांता प्रसाद फेमस हुए थे अब उन्हीं के खिलाफ बाबा ने 420 यानि धोखाधड़ी के तहत मुकदमा दर्ज करा दिया है। इन सबके बीच बाबा के खाते में 40 लाख रुपये से अधिक आए हैं। गौरव वासन ने बाबा के बैंक डिटेल्स भी साझा की हैं। अमर उजाला की खबर के मुताबिक, बाबा को शुक्रवार शाम तक यह पता नहीं था कि उनके खाते में कितना पैसा आया है।
नया घर और नया ढाबा
अमर उजाला की खबर के मुताबिक, बाबा ने नया मकान ले लिया है और नया ढाबा खोलने के लिए एक जगह भी देख ली है। इस खबर के अनुसार गौरव ने सोशल मीडिया पर अपने खाते के बारे में जो जानकारी दी थी उसमें करीब चार लाख रुपये आए थे। गोरव ने बाबा को काफी समय पहले 2 लाख 30 हजार से अधिक का एक चैंक सौंपा था और कहा था कि कुछ पैसे जमा भी करवाए थे। हाालंकि अभी भी गौराव के खाते में 30-40 हजार रुपये हैं। बाबा के बैंक खाते की जांच पुलिस भी कर रही है।
जांच में जुटी पुलिस
पुलिस यह भी पता लगाएगी कि आखिर क्यों गौरव ने कांता प्रसाद का बैंक खाता या मोबाइल नंबर शेयर नहीं किया और गौरव के खाते में जो पैसा है वो बाबा के खाते में क्यों ट्रांसफर नहीं किया। पुलिस ने फिलहाला बाबा और गौरव दोनों का बैंक खाता सीज किया हुआ है। वहीं बाबा के खिलाफ सोशल मीडिया पर हो रही बयानबाजी से बाबा काफी आहत हुए हैं। उन्होंने कहा कि 80 साल की उम्र में मैं गाली सुन रहा हूं, मैंने तो केवल गौरव से अपने पैसे का हिसाब मांगा था।
गौरव की सफाई
वही गौरव वासन ने कहा, ‘झूठे दावे करके वह मुझे बदनाम कर रहे हैं। वे कह रहे हैं कि मेरे बैंक खाते में मदद के लिए 25 लाख रुपये आए, जो कि सही नहीं है।’ पीटीआई ने जब उनसे पूछा गया कि उन्हें मदद के लिए कितनी राशि मिली तो वासन ने बताया कि उनके पास इस संबंध में करीब 3.78 लाख रुपये आए जिसमें पेटीएम से मिली राशि भी शामिल है। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने दो चेक उन्हें (भोजनालय मालिक) दिए। एक चेक एक लाख रुपये जबकि दूसरा चेक 2.33 लाख रुपये का था जबकि 45,000 रुपये प्रसाद को पेटीएम के जरिए दिए।