- दिल्ली में अब तक 1510 मामले सामने आए, जमात से जुड़े लोगों की तादाद करीब 40 फीसद
- दिल्ली में 47 इलाकों को घोषित किया गया है रेड जोन
- दिल्ली में फिलहाल रैपिड टेस्ट किट्स की है कमी
नई दिल्ली। देश में कोरोना के मामले 10 हजार के पार जा चुके हैं। महाराष्ट्र के बाद सबसे खराब हालत दिल्ली की है। अरविंद केजरीवाल सरकार का दावा है कि कोरोना संक्रमण का मुकाबला करने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं। यह बात सच है कि सरकार के पार रैपिड टेस्ट किट की कमी है। लेकिन इसके लिए वो केंद्र के सामने अपनी मांग रख चुके हैं। इस बीच स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में 47 इलाकों को रेड जोन में रख गया है।
रेड जोन में दिल्ली के 47 इलाके
सत्येंद्र जैन ने कहा कि पहले वो इलाके जहां से कोरोना के दस या उससे अधिक मामले सामने आते थे उन्हें रेड जोन में रखा गया था। लेकिन अब इसकी परिभाषा बदली गई है। अब तीन से उससे अधिक मामलों के सामने आने के उन इलाकों को न केवल रेड जोन में डाला जा रहा है बल्कि उन्हें सील भी किया जा रहा है।
'दिल्ली में रैपिड किट्स की कमी'
सत्येंद्र जैन से पूछा गया कि आरेंज जोन में भी एक या दो कोरोना के पॉजिटिव केस मिले हैं, तो उस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर इससे ज्यादा केस सामने आते हैं तो उन्हें भी रेड जोन में शामिल किया जाएगा। वो कहते हैं कि अगर दिल्ली में बढ़ते हुए मामलों को देखें को जमात से जुड़े लोगों की तादाद ज्यादा है। लेकिन सरकार का मकसद यह है कि किसी तरह की खामी जांच प्रक्रिया में न रहे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा संचालित शेल्टर हाउस में हर किसी तो पर्याप्त मात्रा में भोजन उपलब्ध है।