आजादी किसे अच्छी नहीं लगती है। लेकिन 1947 से पहले अंग्रेजो की दास्तां में बंधे थे। लाखों लोगों ने देश की आजादी के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। अंग्रेजों के खिलाफ लंबी लड़ाई का सुखद अंत 15 अगस्त को जब देश में लोगों ने खुली हवा में सांस ली। अब कोई विदेशी बंधन नहीं था। स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर देश के अलग अलग कोनों में लोग अलग अलग अंदाज में उत्सव मना रहे हैं तो दूसरी तरफ देश के हर कोने में सरकारी इमारतें तिरंगे के रंग में प्रकाशित हैं जिसकी अनुपम छंटा देखते बन रही है।
ट्राईकलर में नॉर्थ और साउथ ब्लॉक की झलक
तिरंगे में बीएमसी जगमगाया
उत्तराखंड के विधानसभा को सजाया गया
बांबे स्टॉक एक्सचेंज की खास झलक
खास बात यह है कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए लोग खास अंदाज में अपने आपको पेश भी कर रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि जिन संघर्षों, तपस्या के दम पर हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं उसे और बिना किसी राग द्वेष के साथ मजबूत करने की आवश्यकता है।