- चारा घोटाला में रांची स्थित जेल में भ्रष्टाचार की सजा भुगत रहे हैं लालू प्रसाद यादव
- कोरोना के खतरे को देखते हुए उन्हें रिम्स अस्पताल के डाइरेक्टर के बंगले पर रखा गया है
- स्टिंग में खुलासा, चुनाव में आरजेडी का टिकट किसे मिलेगा, इस पर यहीं से फैसला करते हैं लालू
नई दिल्ली : चारा घोटाला में जेल में बंद लालू प्रसाद यादव व्यवस्था एवं तंत्र का खुला उल्लंघन एवं मजाक उड़ा रहे हैं। टाइम्स नाउ के स्टिंग ऑपरेशन में इस बात का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि रांची स्थित रिम्स अस्पताल के निदेशक के आवास पर रहते हुए लालू यादव इस बात का फैसला करते हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का टिकट किसे मिलेगा। एक ऐसा व्यक्ति टिकट का फैसला कर रहा है जिसके चुनाव लड़ने पर सुप्रीम कोर्ट रोक लगा चुका है। इस स्टिंग ऑपरेशन में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। यह स्टिंग झारखंड सरकार की कानून-व्यवस्था का पोल खोलता है।
बता दें कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लालू यादव को पिछले कुछ दिनों से रिम्स के डाइरेक्टर के आवास पर रखा गया है लेकिन वह अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए यहीं से अपना राजनीतिक समीकरण बनाने में जुटे हैं।
अस्पताल के डाइरेक्टर के आवास पर तैनात सुरक्षा गार्ड का कहना है कि अपने सहयोगी लक्ष्मण की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद लालू यादव लोगों से मिलते हैं। गार्ड ने बताया है कि यहां कैसे लालू यादव का रसूख काम करता है। लक्ष्मण की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद अफसरों को आदेश मिलता है कि अमुक व्यक्ति को लालू यादव तक ले जाइए। यहीं नहीं लालू यादव तक उम्मीदवारों के करीब 5000 सीवी रोज पहुंचते हैं।
वीडियो से जाहिर है कि भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद लालू यादव मतदाताओं के लिए उम्मीदवार तय कर रहे हैं। एक अन्य वीडियो में एक राजद नेता का लड़का बताता है कि एन नई सीट पर चर्चा के लिए लालू यादव ने उनके पिता को मिलने के लिए बुलाया। उम्मीदवारों ने स्वीकार किया है कि टिकट के लिए लालू यादव ने उनका इंटरव्यू लिया। लालू यादव इंटरव्यू के जरिए यह देखते हैं कि उम्मीदवार में जीतने की कितनी संभावना है।
राजेडी उम्मीदवार के एक करीबी ने टाइम्स नाउ को बताया कि जहां से तेज प्रताप चुनाव लड़ रहे हैं, हम वहीं के रहने वाले हैं। रिम्स में हम लोग लालू यादव से मिलने गए थे। टिकट के लिए राजद नेताओं से मिलने पर उनके द्वारा 'साहब' से मिलने की बात कही जाती है।
बिहार में विधानसभा की 243 सीटों के लिए तीन चरणों 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवंबर को वोट डाले जाएंगे जबकि नतीजे 10 नवंबर को आएंगे। राज्य में इस बार मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच है। राजद 144 सीटों, कांग्रेस 70 और वाम दल 29 सीटों पर और एनडीए में शामिल भाजपा 121 और जद-यू 122 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं।