नई दिल्ली : देश और दुनिया के इतिहास में यूं तो कई महत्वपूर्ण घटनाएं 24 मार्च की तारीख के नाम दर्ज हैं, लेकिन दो बरस पहले 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना के कहर के कारण देशभर में लॉकडाउन लगाने की घोषणा करके इस दिन को इतिहास में जगह बनाने की एक बड़ी वजह दे दी। देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का आंकड़ा 500 से पार होने के बाद यह एहतियाती कदम उठाया गया।
तपेदिक को लेकर भी यह दिन खास है क्योंकि इसी दिन बीमारी के बैक्टीरिया की पहचान हुई थी। डा. राबर्ट कोच ने 24 मार्च 1882 को यह ऐलान किया था कि उन्होंने माइकोबैक्टीरियम टुबरोक्लोसिस का पता लगा लिया है, जो इनसानों में तपेदिक की बीमारी के लिए जिम्मेदार है। यही वजह है कि दुनियाभर में 24 मार्च को 'विश्व तपेदिक दिवस' के तौर पर मनाया जाता है। वहीं परतंत्र भारत के इतिहास की बात करें तो वह 24 मार्च 1946 का दिन था जब ब्रिटेन का कैबिनेट मिशन भारत पहुंचा था।
देश दुनिया के इतिहास में 24 मार्च की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
1307 : देवगिरी (दौलताबाद) के अजेय किले पर अलाउद्दीन खिलजी के नेतृत्व में मलिक काफूर ने कब्जा कर लिया।
1855 : कलकत्ता से आगरा के बीच पहला लंबी दूरी का टेलीग्राफिक संदेश भेजा गया।
1882 : डा. राबर्ट कोच ने उस बैक्टीरिया का पता लगाया, जिसकी वजह से तपेदिक की बीमारी होती है।
1603: एलिज़ाबेथ प्रथम का निधन।
1946: लार्ड पेथिक लारेंस के नेतृत्व में ब्रिटिश कैबिनेट मिशन भारत पहुंचा।
1972 : ब्रिटेन ने घोषणा की कि वह वेस्टमिंस्टर में अपने केंद्र से उत्तरी आयरलैंड पर शासन करेगा।
1977 : मोरार जी देसाई भारत के चौथे प्रधान मंत्री बने और उन्होंने पहली बार देश में गैर कांग्रेस सरकार बनाई।
1989 : 'डेल्टा स्टार' उपग्रह का परीक्षण ।
2008 : भूटान नेशनल असेंबली के लिए पहला आम चुनाव हुआ।
2020 : कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 500 के पार। प्रधानमंत्री ने 21 दिन के लिए पूरे देश में लॉकडाउन लगाया। सड़क, रेल और हवाई सेवा बंद।