- जया बच्चन ने नाम लिए बगैर बीजेपी सांसद रवि किशन पर साधा निशाना, जिस थाली में खाते हैं लोकोक्ति का प्रयोग
- बीजेपी सांसद रवि किशन बोले- जया जी इस तरह की उम्मीद नहीं, लड़ाई रहेगी जारी
- जया बच्चन के समर्थन में आए शिवसेना सांसद
नई दिल्ली। रिया चक्रवर्ती और उनके दूसरे सहयोगी ड्रग्स मामले में जेल में बंद हैं। सुशांत सिंह केस की जांच सीबीआई ने जब शुरू की तो जांच में दो और एजेंसी एनसीबी और ईडी शामिल हुए। अब तक की जांच से जो नतीजे सामने आए हैं उससे पता चलता है कि किस तरह बॉलीवुड और ड्रग्स रैकेट चलाने वालों में गहरा तालमेल है। लेकिन यह विषय राजनीतिक भी हो चुका है। संसद की कार्यवाही के पहले दिन बीजेपी सांसद रवि किशन ने इस मुद्दे को उठाया तो मंगलवार को एसपी सांसद ने उन पर बिना नाम लिए तंज कसा कि जिस थाली में खाते हैं, उसी में छेद करते हैं। इस तरह के बयान के बाद शिवसेना खुलकर जया बच्चन के समर्थन में आ खड़ी हुई है।
संसद में गूंजा ड्रग्स का मुद्दा
दरअसल संसद के बाहर राजनीतिक दलों के नेता इस मुद्दे पर बयान देते रहे हैं। लेकिन संसद में जब पहली बार बीजेपी सांसद रवि किशन ने इस विषय पर राय रखी तो उसका असर मंगलवार को दिखाई दिया। एसपी सांसद जया बच्चन राज्यसभा में खड़ी हुईं और कहा कि बॉलीवुड को ड्रग्स रैकेट से जोड़ना फिल्म जगत का अपमान है। किसी भी दल के सांसद को इस तरह की बात शोभा नहीं देती है। इस तरह से उन्होंने बिना नाम लिए रवि किशन पर निशाना साधा। उन्होंने लोकोक्ति के जरिए यहां तक कह दिया कि जिस थाली में खाते में हैं उसी में छेद करते हैं।
सधे अंदाज में रवि किशन ने साधा निशाना
अब जया बच्चन के इस बयान के बाद हंगामा होना ही था और इसके साथ शिवसेना को भी संजीवनी मिलती नजर आई। यह बात अलग है कि रवि किशन ने ट्वीट के जरिए अपने इरादे साफ कर दिए। उनके शब्दों के चयन में नरमाहट थी लेकिन इरादा फौलादी। वो अपनी भावना को कुछ इस तरह बयां करते नजर आए जिसमें नाराजगी के साथ संदेश भी था। रवि किशन ने कहा कि कम से कम जया जी से इस तरह की उम्मीद नहीं थी। वो जो कुछ कह रहे थे कि वो फिल्म जगत को नीचा दिखाने के लिए नहीं था बल्कि उन बातों को कह रहे थे जो मायानगरी में हर कोई कहता था फर्क सिर्फ यह है कि एनसीबी की गिरफ्तारियों से उन सुनी सुनाई बातों की पुष्टि हुई है।
जया बच्चन के समर्थन में शिवसेना
जया बच्चन के बयान के बाद राज्यसभा में शिवसेना के सांसद एक सुर में बोलना शुरु किए कि ड्रग्स माफियाओं का बॉलीवुड से जिस अंदाज में संबंध जोड़ा जा रहा है वो निश्चित तौर पर हैरान करने वाला है। शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने तो यहां तक कह दिया कि जो लोग आरोप लगा रहे हैं बेहतर हो कि उन लोगों का पहले डोप टेस्ट हो। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग सीएम उद्दव ठाकरे के बेटे का कभी इन घटनाओं में किसी तरह का लिंक ढूंढ रहे हैं उन्हें सबूत लाना चाहिए। यहीं नहीं केंद्र सरकार के पास तमाम तरह की एजेंसियां हैं। लेकिन वो यह बात भूल गए कि जब सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच सीबीआई से कराने की मुहिम चलाई जा रही थी तो सबसे ज्यादा विरोध शिवसेना की ही तरफ से हुआ था।