- झारखंड के लातेहार में करमा पूजन के दौरान हादसा
- सात लड़कियां तालाब में डूबीं, राष्ट्रपति और पीएम ने जताया दुख
- पीड़ित परिजनों को आर्थिक सहायता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को झारखंड में तलाब में डूबने से सात लड़कियों की मौत पर दुख व्यक्त किया।झारखंड के लातेहार जिले में आदिवासी पर्व करमा पूजन के बाद डाली का विसर्जन करने के दौरान तलाब में डूबने से सात लड़कियों की मौत हो गई। मृत सभी लड़कियों की उम्र 12 वर्ष से 20 के बीच थी।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘झारखंड के लातेहार जिले में डूबने से लड़कियों की मौत से स्तब्ध हूं। दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।’’एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना लातेहार के बालूमाथ प्रखंड में शेरागड़ा पंचायत के बुकरू गांव में घटी। उन्होंने बताया कि गांव की 10 लड़कियों की टोली डाली लेकर गांव में ही रेलवे लाइन के समीप बने तालाब में विसर्जन करने गई थी।
हादसे की होगी जांच
उपायुक्त अबू इमरान ने बताया कि ये घटनाएं जिले में शेरेगाड़ा के बुकरू गांव और शिबला पंचायत के तहत आने वाले एक अन्य गांव में उस वक्त हुई जब वे करमा पूजा के बाद इस पेड़ की डाली विसर्जित करने एक तालाब गई थी।इमरान ने बताया कि जिले के उप विकास आयुक्त शेखर वर्मा को बुकरू में 12 से 20 वर्ष की आयु की सात लड़कियों के डूबने की जांच करने को कहा गया है। राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने घटना को लेकर दुख व्यक्त किया है।
करमा पूजन के दौरान हादसा
उन्होने एक ट्वीट में कहा, ‘‘लातेहार जिले के शेरेगाड़ा गांव में करम डाली (करमा पेड़ की डालियां) विसर्जन के दौरान 7 बच्चियों की डूबने से हुई मौत की खबर सुनकर स्तब्ध हूँ। परमात्मा दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान कर शोक संतप्त परिवारों को दुःख की घड़ी सहन करने की शक्ति दें।’’पलामू क्षेत्र के आयुक्त जटाशंकर चौधरी ने कहा कि यह घटना करम डाली को विसर्जित करने के दौरान हुई और एक दूसरे को बचाने की कोशिश के दौरान डूबी लड़कियों के शव लातेहार जिला अस्पताल भेजे गये हैं।
दो को बचाने में सात की गई जान
अधिकारियों के मुताबिक 10 लड़कियों का समूह करम डाली का विर्सजन करने तालाब में गया था, जब उनमें से दो डूबने लगी तो उन्हें बचाने की कोशिश में सात अन्य डूब गईं, जबकि तीन अन्य लड़कियों का इलाज चल रहा है।उन्होंने बताया, ‘‘चार लड़कियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य ने बालूमाथ एचएचसी ले जाने के रास्ते में दम तोड़ दिया।’’मृतकों में तीन बहनें भी शामिल हैं जिनकी पहचान रेखा कुमारी (18), रीना कुमारी (16) और लक्ष्मी कुमारी (12) के तौर पर की गई हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग 98 पर हुआ हंगामा
अन्य की पहचान, सुषमा कुमारी (12), पिंकी कुमारी (18), सुनिता कुमारी (20), बसंती कुमारी (12), सूरज (10) के तौर पर की गई।
इसबीच, बुकरू में आक्रोशित ग्रामीणों ने बालूमाथ-चतरा रोड-राष्ट्रीय राजमार्ग 98 अवरूद्ध कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि खुदाई के लिए तालाब को चौड़ा किये जाने के कारण यह घटना हुई।एक अधिकारी द्वारा सातों लड़कियों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा दिये जाने के बाद शाम में सड़क यातायात सुचारू हो सका।करमा झारखंड का एक मुख्य त्योहार है जिसके तहत प्रकृति की पूजा की जाती है और इसे आदिवासियों द्वारा पूरे उत्साह से मनाया जाता है।