- पश्चिम बंगाल के हावड़ा में किराए के घर में रहती हैं इशरत जहां
- मंगलवार को हनुमान चालीसा पाठ में हुईं थी शामिल
- इशरत के इस कार्यक्रम में जाने का विरोध हुआ और मकान मालिक ने घर खाली करने को कहा
कोलकाता: तीन तलाक मामले में याचिका दायर करने वाली बीजेपी नेता इशरत जहां को हनुमान चालीसा पाठ में शिरकत करने पर मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इशरत पश्चिम बंगाल के हावड़ा में एक किराये के घर में रहती हैं। मंगलवार को उनके घर के नजदीक हनुमान जी के मंदिर में पाठ हो रहा था और वह उसमें शामिल होने के लिए चले गईं। लेकिन शायद इशरत को भी इस बात का अंदाजा नहीं होगा कि उनका हनुमाना चालीसा पाठ में शिरकत करना उन्हें महंगा पड़ सकता है।
जब इशरत पाठ में शामिल होने के बाद वापस लौटीं तो उनके गई के बाहर भीड़ जमा हुई थी। इशरत ने बताया, 'मेरे घर के बाहर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे और मुझसे कहने लगे कि क्यों मैं हिजाब पहनकर हनुमान चालीसा कार्यक्रम में गईं थी?' इशरत का कहना है कि जिस घर में वह किराए पर रहती हैं उसके मकान मालिक ने मुझे घर खाली करने को कह दिया है।
सुरक्षा की मांग
इशरत ने अपनी सुरक्षा की मांग करते हुए कहा, 'वह कह रहे थे कि मुझे अपने आप यह घर छोड़ देना चाहिए, वरना वे मुझे जबरन घर से बाहर निकाल दिया जाएगा। मुझे जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। मैं अपने लिए सुरक्षा की मांग करती हूं। मैं यहां अपने बेटे के साथ अकेली रहती हूं, मेरे साथ कभी भी कुछ भी हो सकता है।' टाइम्स नाउ से बात करते हुए इशरत ने कहा, 'वो लोग (हिंदू) हमारे कार्यक्रम, ईद में आते हैं और गले मिलते हैं तो मैं भी वहां चले गईं।'
कौन है इशरत
इशरत जहां तीन तलाक के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने वाली उन पांच महिला शिकायकर्ताओं में से एक हैं जिन्होंने तीन तलाक के खिलाफ मुहिम निकाली। इशरत ने 2016 में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कहा था कि उसके पति ने दुबई से फोन पर उसे तीन बार तलाक कहकर निकाह खत्म कर लिया। अपनी याचिका में इशरत ने कहा कि 2001 में उनका निकाह हुआ था और उनके 4 बच्चों को शौहर ने जबरन अपने पास रख लिया है। जनवरी 2018 में इशरत जहां भाजपा में शामिल हो गई थीं। उन्हें भाजपा ने हावड़ा में एक कार्यक्रम आयोजित कर सम्मानित किया था और पार्टी की सदस्यता दिलाई थी।