- कन्हैयालाल की उदयपुर में कर दी गई थी बर्बर तरीके से हत्या
- बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने क्राउड फंडिंग के जरिए जुटाई 1 करोड़ 28 लाख से ज्यादा की राशि
- 25 लाख रुपये घटना में घायल ईश्वर सिंह को दिए जाएंगे
Kanhaiya Lal Murder case: उदयपुर में कन्हैयालाल साहू की बर्बर तरीके से की गई हत्या की हर तरफ निंदा हो रहा है। लोग कन्हैयालाल के समर्थन में लगातार सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं। इस बीच कन्हैयालाल की परिवार की मदद के लिए बीजेपी नेता कपिल मिश्रा आगे आए हैं। परिवार की आर्थिक मदद के लिए उन्होंने ऑनलाइन 24 घंटे में एक करोड़ रुपये जुटा लिए हैं। गौर करने वाली बात ये है कि इसके लिए 1 महीने का टारगेट रखा गया था।
कपिल मिश्रा ने जुटाए 1 करोड़ रुपये
ये पैसे क्राउड फंडिंग के जरिए समाज के लोगों से इकट्ठा किए गए हैं। कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर कहा, 'जय श्री राम, आप सभी का धन्यवाद। चौबीस घंटे से भी कम समय में एक करोड़ एकत्रित हो रहे हैं। मेरे आंसू नहीं रुक रहे हैं। कन्हैया जी के परिवार के साथ खड़े हैं हिंदू। हम ईश्वर सिंह जी को भी ₹25 लाख देंगे जो अस्पताल में भर्ती हैं।' ईश्वर सिंह कन्हैयालाल को बचाने के प्रयास में घायल हुए थे। खबर लिखे जाने तक 12838111 रुपये एकत्र हो चुके हैं जबकि लक्ष्य एक करोड़ 25 लाख का रखा गया था।
पहले भी कर चुके हैं कई पीड़ितों की मदद
कपिल मिश्रा आने वाले दिनों में उदयपुर जाकर कन्हैयालाल के परिवार से मुलाकात कर यह धनराशि सौंपेंगे। करीब 12 हजार लोग अभी तक इस क्राउड फंडिग में अपना योगदान दे चुके हैं। यह पहली बार नहीं है जब कपिल ने इस तरह से क्राउड फंडिंग के जरिए पैसे जुटाए हों, उन्होंने दिल्ली दंगा पीड़ितों के लिए भी क्राउड फंडिंग के जरिए पैसा जुटाया था जो बाद में पीड़ित परिवारों को दिया था। इसी तरह राजस्थान के करौली जिले के सपोटरा में अक्टूबर 2020 में जिस राधा गोपाल मंदिर पुजारी बाबूलाल वैष्णव को जिंदा जलाया गया था उसके परिवार के लिए भी कपिल मिश्रा ने 30 लाख रुपये एकत्र किए थे।
हुई थी बर्बर हत्या
आपको बता दें कि सोमवार को उदयपुर के धान मंडी इलाके में दो व्यक्तियों ने कन्हैया लाल नाम के व्यक्ति (दर्जी) की कथित तौर पर गला काट कर हत्या कर दी थी और घटना का वीडियो ऑनलाइन पोस्ट कर दिया। साथ ही दावा किया कि वे इस्लाम के अपमान का बदला ले रहे हैं। इस घटना के बाद से ही राजस्थान सरकार विपक्ष के निशाने पर है। भाजपा प्रवक्ता राज्यवर्द्धन सिंह राठौर ने घटना को हत्या करार देने के लिए मुख्यमंत्री गहलोत की आलोचना की और कहा कि लाल की हत्या कोई छिटपुट घटना नहीं है बल्कि धार्मिक पाखंड से जुड़े अपराधों की एक श्रृंखला है।