- कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद पूरे महाराष्ट्र में लॉकडाउन लगने की संभावना
- उद्धव ठाकरे ने की कोविड टास्क फोर्स के साथ अहम बैठक
- महाराष्ट्र में हर रोज 55 हजार से अधिक कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं
मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की वजह हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं और नए मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। हालात बेकाबू होते देख मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अगले कुछ घंटो के दौरान लॉकडाउन को लेकर बड़ा फैसला कर सकते हैं। आज ही सीएम उद्धव ठाकरे ने कोरोना टास्क फोर्स के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विशेष बैठक की जिसमें टास्क फोर्स ने सीएम को कोरोना की चेन तोड़ने के लिए 15 दिनों का सख्त लॉकडाउन लगाने का सुझाव दिया।
तो लगेगा लॉकडाउन
मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक, बैठक में बिस्तरों की उपलब्धता, रेमेडिसवियर के उपयोग और सख्त प्रतिबंध लगाने के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा चल रही है। वहीं राज्य के कैबिनेट मंत्री असलम शेख ने कहा, 'राज्य COVID19 टास्क फोर्स के साथ आज की बैठक में, सभी का विचार राज्य में लॉकडाउन लागू करने का था। अससलम शेख ने कहा कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के दौरान कई मंत्री वहां बड़े पैमाने पर सभाएं कर रहे हैं, लेकिन वहां कोरोना संक्रमण के मामलों में कोई उछाल नहीं देखने को मिल रहा है।
इसे लेकर एसओपी और दिशानिर्देश पर चर्चा की गई। बैठक में महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे, चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान निदेशालय के निदेशक डॉ. टीपी लहाणे, कार्यबल के प्रमुख डॉ. संजय ओक अन्य लोग इस बैठक में शामिल हुए।' खबर के मुताबिक राज्य में लॉकडाउन या कोई कड़ा फैसला लागू करने से पहले सीएम राज्य की जनता को कुछ वक्त दे सकते हैं।
लोगों को मिल सकता है कुछ वक्त
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में हर रोज55 हजार से अधिक कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने रेमेडिसिविर इंजेक्शन की सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित करने और इसकी जमाखोरी और काला बाजारी रोकने के लिए जिला-स्तरीय नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का निर्णय लिया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। रेमेडिसिविर को कोविड-19 से लड़ाई में अहम दवाई माना जाता है, खासकर उन वयस्क मरीजों में यह असरदार होती है जिन्हें संक्रमण के कारण गंभीर जटिलताएं हो जाती हैं।