- महाराष्ट्र में जल्द खुल सकते हैं धार्मिक स्थल, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दिए संकेत
- लोगों को पटाखे चलाने से बचना चाहिए, इससे होने वाले प्रदूषण से कोविड-19 मरीजों की हालत बिगड़ सकती है: ठाकरे
नई दिल्ली: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मास्क की अहमियत बताते हुए कहा है कि भीड़ में फेस मास्क के बिना घूमने वाला कोरोना रोगी लगभग 400 व्यक्तियों को संक्रमित कर सकता है। उन्होंने कहा, 'भीड़ में बिना फेस मास्क के घूम रहा एक कोविड 19 मरीज लगभग 400 व्यक्तियों को संक्रमित कर सकता है और वे 400 लोग और भी अधिक लोगों को संक्रमित करेंगे।'
इसके अलावा ठाकरे ने धार्मिक पूजा स्थलों को फिर से खोलने का संकेत देते हुए कहा कि दिवाली के बाद भीड़ से बचने और सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार की जाएगी। एक वेबकास्ट में ठाकरे ने कहा कि धार्मिक पूजा स्थलों केो फिर से खोलने में जल्दीबाजी न करने के लिए उनकी आलोचना हो रही है।
उन्होंने कहा, 'अगर इससे नागरिकों के अच्छे स्वास्थ्य और सुरक्षा सुनिश्चित होती है, तो मैं आलोचना झेलने के लिए तैयार हूं। पूजा स्थलों पर भीड़ से बचने और शारीरिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए काम किया जाएगा और दिवाली के बाद एक मानक संचालन प्रक्रिया का मसौदा तैयार किया जाएगा। पूजा स्थलों पर मास्क पहनना अनिवार्य होगा।' उन्होंने लोगों से सार्वजनिक स्थानों पर पटाखे फोड़ने से बचने की भी अपील की।
दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों की वृद्धि में प्रदूषण को कारण बताए जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 'हमें पटाखे फोड़ने पर आत्म नियंत्रण और संयम रखना चाहिए, जिससे प्रदूषण बढ़ेगा। दिवाली के चार दिनों के उत्सव के दौरान प्रदूषण फैलाकर महामारी के खिलाफ नौ महीने से चली आ रही कड़ी मेहनत को बर्बाद न करें।' ठाकरे ने कहा क दिवाली के बाद 15 दिन अहम होंगे, हमें सतर्क रहना चाहिए ताकि लॉकडाउन की जरूरत दोबारा पैदा न हो। हम आम जनता के लिए मुंबई लोकल को फिर से शुरू करने के लिए केंद्र के साथ बातचीत कर रहे हैं। जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।