- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि देश कोरोना संक्रमण की सबसे खराब स्थिति का सामना करने के लिए तैयार है
- उनका यह बयान ऐसे समय में आया है, जबकि देश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़कर 60 हजार के करीब पहुंच गए हैं
- कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच आशंका जताई जा रही है कि यहां संक्रमण का 'पीक' समय जून-जुलाई में हो सकता है
नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर गहराते संकट के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि हालांकि यहां अन्य विकसित देशों के मुकाबले संक्रमण के मामले कम हैं, पर इसे लेकर निरंतर सतर्कता बरते जाने की जरूरत है। उन्होंने 29.9 प्रतिशत के रिकवरी रेट पर जहां संतोष जताया, वहीं यह भी कहा कि देश कोरोना संक्रमण की सबसे खराब स्थिति का सामना करने के लिए भी तैयार है।
'भारत तैयार'
उनका यह बयान तब आया है, जबकि देश में कोरोना संक्रमण के आंकड़े 60 हजार के करीब पहुंच गए हैं और मृतकों की संख्या 1,981 हो गई है। उन्होंने कोरोना संक्रमण को लेकर शनिवार को पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये आयोजित बैठक के दौरान कहा, 'हम कई अन्य विकसित देशों की तरह अपने देश में बहुत खराब स्थिति का अनुमान नहीं लगा रहे हैं, फिर भी हमने पूरे देश को सबसे खराब स्थिति के लिए तैयार कर दिया है।'
'ये अच्छे संकेत'
देश में कोरोना के मरीजों के ठीक होने की दर पर संतोष जताते हुए उन्होंने कहा, 'हमारी मृत्यु दर लगभग 3.3 प्रतिशत बनी हुई है, जबकि रिकवरी रेट बढ़कर 29.9 फीसदी हो गई है, ये बहुत अच्छे संकेत हैं। पिछले 3 दिनों में मामलों के दोगुने होने की दर लगभग 11 दिनों का रहा है, जबकि पिछले 7 दिनों में यह 9.9 दिन रहा है।'
कोरोना का पीक कब?
उनका बयान ऐसे समय में आया है, जबकि देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और आशंका जताई जा रही है कि यहां संक्रमण का 'पीक' यानी जब सबसे अधिक मामले सामने आए, का का समय जून-जुलाई में हो सकता है। इस बारे में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के निदेशक रणदीप गुलेरिया का भी गुरुवार को बयान आया था, जिसमें उन्होंने कहा कि देश में जून और जुलाई के महीनों में कोरोना वायरस का संक्रमण अपने उच्च स्तर पर पहुंच सकता है।
लगातार बढ़ रहे हैं मामले
देश में बीते कुछ दिनों में कोरोना संक्रमण के मामले जिस तेजी के साथ बढ़े हैं, उसे देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री के बयान को काफी अहम माना जा रहा है। देशभर में मई की शुरुआत से ही रोजाना तकरीबन तीन-साढ़े तीन हजार मामले सामने आ रहे हैं। शनिवार को भी देश में 3,320 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि बीते 24 घंटों के दौरान 95 लोगों की जान गई। इसके साथ ही संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 59,662 हो गए हैं, जबकि इस घातक संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 1,981 हो गई है।