- भरतपुर में खनन के खिलाफ आत्मदाह करने वाले संत विजय दास की मौत
- दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में ली विजय दास ने अंतिम सांस
- केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जताया दास के निधन पर शोक
जयपुर: केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने संत बाबा विजय दास जी के निधन पर गहरा शोक जताया है। अपने शोक संदेश में शेखावत ने कहा कि यह हृदय विदारक सूचना है कि संत बाबा विजय दास जी दिव्य ज्योति में लीन हो गए हैं। उन्होंने ब्रज 84 कोस क्षेत्र को अवैध उत्खनन से बचाने के लिए अपने प्राण की आहुति दी है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हठधर्मी राजस्थान सरकार की अनदेखी ने उन्हें अग्निस्नान के लिए विवश किया था। संत समाज से अधिक माफिया का मत माननेवाला शासन-प्रशासन इस सामाजिक क्षति का जिम्मेदार है।
शुक्रवार को की थी संत से मुलाकात
गौरतलब है कि कल दिन में ही शेखावत ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में संत बाबा विजय दास से मुलाकात की थी। साथ ही, चिकित्सकों से उनकी रिकवरी के विषय में जानकारी ली थी। केंद्रीय मंत्री ने उनकी देखभाल में लगे साथियों को हरसंभव सहायता का भरोसा दिया था। और कहा था की हमारी पार्टी आपके साथ है हरसंभव मदद की कोशिश की जायेगी।
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अवैध खनन के खिलाफ दिया था धरना
आपको बता दें की राजस्थान के भरतपुर जिले के पसोपा इलाके मे पिछले कई सालों से अवैध खनन हो रहा है इसी विरोध मे संत विजय दस अपने कई साथियों के साथ धरने पर बैठे थे। जब किसी प्रशासन के आला आधिकारी और सरकार ने नही सुनी तो उन्होंने आपने आप को आग के हवाले कर दिया उसके बाद उन्हें भरतपुर के जिला अस्पताल मे भर्ती करवाया गया जहाँ से उन्हें सीधे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल मे भर्ती करवाया दो दिन से उनका इलाज चल रहा था की आज सुबह तीन बजे ऊनकी मौत हो गयी।